
दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय सक्सेना ने गुरुवार को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAC) और उसके पांच नेताओं के खिलाफ झूठे आरोपों को लेकर मानहानि का मुकदमा दायर किया। सक्सेना ने गुरुवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से आप और उसके कई नेताओं को उनके और उनके परिवार के खिलाफ “झूठे” और निराधार आरोप लगाने से रोकने का आग्रह किया। आप नेताओं ने दावा किया था कि सक्सेना खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 1,400 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल थे।

एलजी सक्सेना ने 2 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग करते हुए अदालत को बताया कि आप ने ये आरोप कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा योजनाबद्ध उद्देश्य से की जा रही कार्रवाई से लोगों का ध्यान हटाने के लिए लगाए थे। इसके साथ ही एलजी सक्सेना ने आप और उसके नेताओं आतिशी, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक, संजय सिंह और जैस्मिन शाह द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित और जारी किए गए कथित झूठे और मानहानिकारक पोस्ट या ट्वीट या वीडियो को हटाने का आदेश मांगा है। उन्होंने आप और उसके पांच नेताओं से ब्याज समेत दो करोड़ रुपये मुआवजे की भी मांग की है।

सक्सेना के वकील ने उच्च न्यायालय से ट्विटर और यूट्यूब (गूगल इंक) को वादी और उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीरों के साथ ट्वीट, री-ट्वीट, पोस्ट, वीडियो, कैप्शन, टैगलाइन को खारिज करने या हटाने का निर्देश देने का भी आग्रह किया है।