रायबरेली में जहरीली शराब काण्ड मामले को लेकर पुलिस की बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस ने अब तक कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वहीं यह सारी ज़हरीली शराब का सप्लायर बाराबंकी का हैदरगढ़ निवासी नवीन जायसवाल पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने नवीन जायसवाल पर 25 हज़ार का इनाम घोषित किया है। उधर मृतकों की संख्या बढ़ कर 10 हो गई है। हालांकि मृतकों के लिए अभी तक किसी तरह के मुआवज़े का ऐलान नही किया गया है।
बीती 25 जनवरी की रात अचानक शराब पीकर चार लोगों की मौत से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। आनन फानन मौके पर पहुंच गई थी। प्रारंभिक जांच में विंडीज़ ब्रांड की शराब पीने से बीमार होने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने रैपर पर लगे क्यू आर कोड को स्कैन किया तो उसके फर्जी होने की बात सामने आई। इसी के आधार पर पुलिस ने अनुमान लगाया कि नकली शराब असली रैपर बनाकर पैक की है।
पुलिस ने सबसे पहले पहाड़पुर का ठेका सील करते हुए इसके संचालक धीरेन्द्र बहादुर सिंह और सेल्समैन रामप्रताप को हिरासत में लिया। रामप्रताप और धीरेन्द्र बहादुर सिंह से पूछताछ में सामने आया कि ठेका रसेहता के रहने वाले धीरेन्द्र सिंह के नाम है। धीरेन्द्र सिंह ही पहाड़पुर के रहने वाले ठेका संचालक धीरेन्द्र बहादुर सिंह को अपनी गाड़ी से नकली शराब सप्लाई करता था। धीरेन्द्र बहादुर सेल्समैन रामप्रताप की मदद से पहाड़पुर स्थित ठेके से नकली शराब सप्लाई करता था।
पुलिस ने ठेका संचालक धीरेन्द्र बहादुर सिंह,सेल्समैन धीरेन्द्र सिंह और ठेका अनुज्ञापी धीरेन्द्र सिंह को जेल भेजने के बाद अन्य पर शिकंजा कसा। इसी बीच नकली शराब का मास्टरमाइंड पिंडारी खुर्द का प्रधान केतन सिंह सामने आया। पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया तो पांच अन्य आरोपी सामने आए। पुलिस ने सभी नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
केतन सिंह बाराबंकी के हैदरगढ़ में नकली शराब कारोबारी नवीन जायसवाल के संपर्क में आया। केतन आज गिरफ्तार अपने अन्य सहयोगियों की मदद से बाराबंकी की शराब को पहाड़पुर समेत दो अन्य ठेकों पर सप्लाई करता था। इस काम के लिए एक सफारी समेत एक लोडर व एक कार का इस्तेमाल करता था।
पुलिस ने इन लोगों के ठिकाने से शराब स्टोर करने वाले ड्रम,खाली शीशियां और विंडीज़ ब्रांड के रैपर तथा शराब में मिलाए जाने वाले केमिकल को बरामद कर लिया है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से कारोबार में इस्तेमाल होने वाले तीनों वाहन भी बरामद कर लिए हैं। पुलिस ने इनके कब्ज़े से बरामद अन्य सामानों में वह बैरोमीटर भी बरामद किया है जिससे यह शराब में केमिकल की मात्रा चेक करते थे।
पुलिस ने शराब और केमिकल के सैम्पल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ 302 समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार के मुताबिक इन पर एनएसए और गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 10 लोगों की शराब पीने से मौत हुई है। मृतकों के लिए फिलहाल किसी मुआवज़े का ऐलान नहीं किया गया है। डीएम ने बताया कि मुआवज़े के लिए शासन से वार्ता की जा रही है।