रेलवे बोर्ड की ओर से त्योहारों के दौरान विशेष ट्रेनों के संचालन को लेकर दावा किया गया है कि इस साल 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 7,663 विशेष ट्रेन सेवाएं चलाई गई हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 73 प्रतिशत अधिक हैं। इसके बावजूद, सोशल मीडिया पर यात्रियों की अनुभवों को लेकर कई आलोचनाएं सामने आई हैं, जिनमें ट्रेनों की भीड़-भाड़ और शौचालयों की खराब स्थिति की बात की जा रही है।
इन सोशल मीडिया पोस्ट्स में यात्रियों ने ट्रेन के जनरल डिब्बों में भारी भीड़ और शौचालयों की अव्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की है। एक वीडियो में एक यात्री 13 घंटे से अधिक समय तक भीड़भरे जनरल डिब्बे में खड़ा होने का अनुभव बता रहा है, जबकि एक अन्य पोस्ट में एक व्यक्ति रन के शौचालय में सोता हुआ नजर आ रहा है। इसके अलावा, कुछ पोस्ट्स में यह भी दिखाया गया है कि यात्री खिड़कियों से धकेलकर ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
रेलवे बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिवाली और छठ के दौरान 957.24 लाख यात्री यात्रा कर रहे हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 33.91 लाख अधिक हैं। हालांकि, इन आंकड़ों के बावजूद सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, वे यह संकेत दे रहे हैं कि भीड़-भाड़ और सुविधाओं की कमी से यात्रियों को परेशानी हो रही है।
इस स्थिति में, रेलवे अधिकारियों को विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए और कदम उठाने की आवश्यकता है।