Rajiv Gandhi Foundation: विदेशी फंडिग में गांधी परिवार को झटका, केन्द्र सरकार ने लाइसेंस किया रद्द

राजीव गांधी फाउंडेशन का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। विदेशी फंड में अनियमितता की जांच के बाद बड़ा आदेश सामने आया है।

राजीव गांधी फाउंडेशन का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। विदेशी फंड में अनियमितता की जांच के बाद बड़ा आदेश सामने आया है। केन्द्र सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया है। अब जांच तक राजीव गांधी फाउंडेशन को विदेशी फंड नहीं मिल पायेगा। सोनिया गांधी राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं और 2005 से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ट्रस्टी हैं।

विदेशों से नही प्रप्त कर सकते धन
गांधी परिवार से जुड़े एक गैर-सरकारी संगठन राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) का विदेशी योगदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) लाइसेंस केंद्र द्वारा विदेशी फंडिंग कानून के कथित उल्लंघन के लिए रद्द कर दिया गया है। राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (RGCT) का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है। सोनिया गांधी राजीव गांधी फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं। 2005 से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ट्रस्टी हैं। दोनों संगठन अब विदेशी धन प्राप्त नहीं कर सकते हैं।

आयकर दाखिल करते समय दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ और दुरुपयोग का लगा है आरोप
मिली जानकारी के मुताबिक 2020 में राजीव गांधी फाउंडेशन के वित्तीय लेनदेन के बारे में कई चौंकाने वाले विवरण सामने आए। उस समय ऑपइंडिया ने व्यापक रूप से रिपोर्ट किया था कि कैसे चीनी सरकार ने 2006 और उसके बाद के वर्षों में आरजीएफ को धन दान किया। 2008 में यूपीए1 के दौरान कांग्रेस पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने बीजिंग में उच्च स्तरीय सूचनाओं के आदान-प्रदान और उनके बीच सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौता ज्ञापन (एमओयू) ने दोनों पक्षों को “महत्वपूर्ण द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर एक-दूसरे से परामर्श करने का अवसर भी प्रदान किया। केंद्र द्वारा विदेशी फंडिंग कानून के कथित उल्लंघन के तहत राजीव गांधी फाउंडेशन रद्द कर दिया है।

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