रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर आक्रमण शुरू कर दिया। रूस के आक्रमण से यूक्रेनवासियों को अपना जीवन बचाने के लिए पलायन करना पड़ा और इस हमले में 40 यूक्रेनी सैनिकों समेत 10 नागरिकों की मौत हो गई। रूसी हवाई हमलों ने यूक्रेन भर में सैन्य प्रतिष्ठानों को प्रभावित किया और रूसी सेना दक्षिण और पूर्व की और फतह के उद्देश्य से बढ़ चली।
रूस के इस आक्रामक कदम पर पश्चिमी नेताओं ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। साथ ही उसपर कई बड़े वैश्विक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी भी दी है। युद्ध को टालने के लिए वैश्विक देशों की सप्ताह भर की गहन कूटनीति भी पुतिन को रोकने में विफल रही। रूस ने यूक्रेन की सीमाओं पर पहले से ही 150,000 से अधिक सैनिकों को जमा कर दिया था। युद्ध की आशंकाओं को और मजबूती देते हुए व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार तड़के एक टेलीविजन घोषणा में कहा, “हमने एक विशेष सैन्य अभियान के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है, इसे युद्ध ना समझा जाए।”
समाचार संस्था AFP के संवाददाताओं के मुताबिक पुतिन के इस घोषणा के कुछ ही समय बाद, यूक्रेन की राजधानी कीव और कई अन्य शहरों में पहली बमबारी सुनी गई। इसके बाद रूस के आक्रमण की पुष्टि करते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया, “पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू कर दिया है और यूक्रेन के शांतिपूर्ण शहरों पर हमले हो रहे हैं।”