ज्ञानवापी पर सीएम योगी के बयान के समर्थन में संत समिति, मुस्लिमो को दिया ज्ञानवापी हिंदुओं को सौंपने का सुझाव…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा Ani न्यूज़ एजेंसी को ज्ञानवापी पर दिया गया बयान सुर्खियों में बना हुआ है. ज्ञानवापी को मस्जिद कहे जाने पर विवाद होने वाले इस बयान का जहां एक तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तकलीफ देने वाला बताया, तो वही अखिल भारतीय संत समिति ने सीएम के इस बयान का समर्थन किया है.

रिपोर्ट : नीरज कुमार जायसवाल, वाराणसी

वाराणसी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा Ani न्यूज़ एजेंसी को ज्ञानवापी पर दिया गया बयान सुर्खियों में बना हुआ है. ज्ञानवापी को मस्जिद कहे जाने पर विवाद होने वाले इस बयान का जहां एक तरफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तकलीफ देने वाला बताया, तो वही अखिल भारतीय संत समिति ने सीएम के इस बयान का समर्थन किया है. अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने ने सीएम के बयान का स्वागत करते हुए समर्थन किया है.

ज्ञानवापी उर्दू और फारसी का शब्द हो तब इस मुद्दे पर बात करे मुस्लिम : संत समिति

अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने सीएम के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि ” संत समिति पिछले कई वर्षों से पूछ रहा है, कि क्या ज्ञानवापी शब्द अरबी, फारसी या उर्दू का शब्द है ? यदि ज्ञानवापी उर्दू का शब्द है तब इस मुद्दे पर मुस्लिम बात करें. वास्तव में ज्ञानवापी मस्जिद नहीं बल्कि यह पूरा मस्जिद है. ज्ञानवापी का संघर्ष बहुत लंबा हो चुका है, अब मुस्लिमों को वार्ता पर हिंदुओं के साथ बैठना चाहिए और काशी का ज्ञानवापी और मथुरा को हिंदुओं को सौप देना चाहिए.”

सीएम योगी ने ज्ञानवापी को मस्जिद कहने पर विवाद होने की कही बात…

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी विवाद को सुलझाने को लेकर किए गए एक प्रश्न के जवाब में कहा कि ज्ञानवापी को यदि मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद होगा. मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दिया है, वह इसे देखें कि त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है. हमने तो मस्जिद के अंदर त्रिशूल नहीं रखा, वहां ज्योतिर्लिंग हैं, देव प्रतिमाएं हैं, दीवारें चिल्ला – चिल्ला कर क्या कह रही है ? मुझे लगता है कि यह प्रस्ताव मुस्लिम समाज की ओर से आना चाहिए, कि जो ऐतिहासिक गलती हुई है उस गलती के लिए चाहते है कि समाधान हो.”

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