ओमिक्रॉन को लेकर वैज्ञानिको का बड़ा खुलासा, जानें क्यों कहा ‘सुपर माइल्ड’ वैरिएंट?

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पुरी दुनियां में दहशत का माहौल है। ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत समेत दुनिया के 38 देशों में दस्तक दे दी है। ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर दुनिया भर में वैज्ञानिक चिंता में है , वैज्ञानिको का मानना है कि दुनिया में कहर ढा चुके डेल्टा वैरिएंट से भी कई गुना अधिक संक्रामक होगा ओमिक्रॉन वैरिएंटको। साथ ही इसके स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक म्यूटेशन की वजह से इस पर वैक्सीन का असर कम होने की आशंका है।

बता दें ओमिक्रॉन वैरिएंट में 50 से अधिक म्यूटेशन हो चुके हैं। तक कोरोना के सबसे खतरनाक वैरिएंट माने जा रहे डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन के स्पाइक प्रोटीन में भी 30 से अधिक म्यूटेशन हो चुके हैं। इतने अधिक म्यूटेशन ही ओमिक्रॉन को डेल्टा की तुलना में अधिक तेजी से फैलने वाला वैरिएंट बनाते हैं।

चिकित्सा जगत से जुड़े विशेषज्ञों और बड़े डॉक्टर्स का मानना है कि यह वैरिएंट लोगों के इम्यून सिस्टम को और सुदृढ़ बनाएगा और इससे पूर्व संक्रमण या टीकों के माध्यम से उत्पन्न प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया से बचने हेतु प्रतिरक्षा क्षमता को और अधिक विकसित करेगा भी। तमाम विषेशज्ञों का यह भी मानना है कि COVID-19 के इस वैरिएंट का समय रहते पता चल जाना इसके व्यापक प्रसार को नियंत्रित करने की कुंजी है।

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