नवजात और पत्नी को अस्पताल से छुड़ाने के लिए बेचना पड़ा बेटा, पुलिस ने भी उठाया मजबूरी का फायदा

यूपी के कुशीनगर से एक ऐसा अकल्पनीय मामला सामने आया जो इंसानियत को शर्मसार कर रहा है। यहां बिल न चुका पाने पर एक निजी अस्पताल में बरवा प‌ट्टी क्षेत्र के एक गरीब व्यक्ति की पत्नी और नवजात को बंधक बना लिया गया।

यूपी के कुशीनगर से एक ऐसा अकल्पनीय मामला सामने आया जो इंसानियत को शर्मसार कर रहा है। यहां बिल न चुका पाने पर एक निजी अस्पताल में बरवा प‌ट्टी क्षेत्र के एक गरीब व्यक्ति की पत्नी और नवजात को बंधक बना लिया गया। उन्हें छुड़ाने के लिए उसे अपना दो साल का बेटा बेचना पड़ा। घर पहुंचते ही जब पत्नि को इस बात का पता चला तो पत्नी ने बेटे के लिए हल्ला मचाया तो बात गांव में फैली और एक पुलिस वाला धमकाकर गरीब के 20 हजार रुपये में से पांच हजार वसूल कर ले गया।

दरअसल, पूरा मामला बरवा पट्टी थाना क्षेत्र के दशहवा भेड़िहारी गांव का है जहां हरेश पटेल नाम के व्यक्ति की पत्नी लक्ष्मीना देवी को बुधवार को प्रसव पीड़ा हुई। हरेश उसे लेकर गांव के एक निजी अस्पताल गया, जहां नॉर्मल प्रसव हुआ। शाम को पत्नी को छुट्टी दिलाने की बात पर अस्पताल संचालक ने चार हजार रुपये की मांग की। बिल के रुपये न देने पर प्रसूता और नवजात को बंधक बना लिया गया।

जानकारी के मुताबिक इस बीच आर्थिक तंगी से गुजर रहें हरेश से एक महिला मिली और उसके पांचवें नंबर के बेटे को बेचने को कहा और लालच दिया कि बदले में 20 हजार रुपये दिला देगी। बुधवार की पूरी रात परेशान रहने के बाद भी कोई हल न निकलने पर हरेश ने बृहस्पतिवार की सुबह बहकावे में आकर दो साल के बेटे को 20 हजार रुपये में बेच दिया। जिसमें अस्पताल संचालक को चार हजार रुपये चुकाकर वह पत्नी और नवजात को घर ले गया। घर पहुंचने पर छोटा बेटा नहीं दिखा तो लक्ष्मीना ने शोर मचा दिया जिससे पूरे गांव में बात फैल गई। जिसके बाद हरेश ने लक्ष्मीना को पूरी बात विस्तार से बताकर शांत किया ।

हद तो तब पार हो गई जब पुलिस को इस बात का पता चला तो गरीब की मजबूरी का फायदा उठाने पुलिस हरेश के घर पहुंच गई और धमकाकर गरीब के 20 हजार रुपये में से पांच हजार वसूल कर ले गया।

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