69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले पर बोले सपा प्रदेश अध्यक्ष- सरकार ने दलित और पिछड़ो के साथ धोखा किया, यह लचर पैरवी का नतीजा है

सहायक शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर सत्ता पक्ष और मुख्य विपक्षी दल सपा में सियाशत तेज हो गयी है। आज इसी मुद्दे को लेकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने सरकार पर जम कर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षक भर्ती घोटाला हुआ है जिससे हजारों अभ्यर्थियों को नियुक्ति नही मिल सकी। अभ्यर्थियों ने समय-समय पर अपनी बात रखी लेकिंन सरकार ने ध्यान नहीं दिया है।

अभ्यर्थियों ने रास्ट्रीय पिछड़ा आयोग में वाद भी दाखिल किया। पिछड़ा आयोग ने भी माना कि नियुक्ति में आरक्षण का पालन नहीं किया गया तत्तकालीन मंत्री सतीश द्विवेदी ने प्रेस नोट जारी किया कि आरक्षण के तहत नियुक्ति दी जाएगी। लेकिन सरकार ने अभ्यर्थियो को नियुक्ति नही दी गयी।

सपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि चुनाव आ गए और अभ्यर्थियो को न्याय नहीं मिल रहा है। सरकार ने दलित पिछडो के साथ धोखा किया है। जो फैसला आया है वो बीजेपी सरकार की लचर पैरवी का नतीजा है। अभी तक 68 सौ अभ्यर्थियो को नियुक्ति नही मिली। 69 हजार भर्ती के साथ न्याय नहीं हुआ और आरक्षण घोटाला किया गया है। सपा प्रमुख से कल अभ्यर्थियों ने मुलाकात की है सपा अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है और उनको न्याय दिलाने संघर्ष करेगी।

सरकार की ढीली पैरवी का नतीजा है कोर्ट का फैसला- अखिलेश यादव

69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा है। अखिलेश ने भाजपा पर दलित-पिछड़ों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। इस मामले को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आया फ़ैसला, आरक्षण की मूल भावना की विरोधी भाजपा सरकार की ढीली पैरवी का नतीजा है। भाजपा दलित-पिछड़ों का हक़ मारने के लिए आरक्षण को विधायी माया जाल में फंसाती है। जातीय जनगणना ही इस समस्या का सही समाधान है जिससे कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण हो सके।

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