भारत समाचार पर बीते दिनों लखनऊ स्थित राम मनोहर लोहिया संस्थान में व्याप्त भ्रष्टाचार और अस्पताल प्रशासन की नाकामियों को उजागर करने वाली खबरें लगातार प्रसारित की गई थीं. इसके बाद संस्थान में हड़कंप मच गया और अस्पताल प्रशासन ने परिसर में मीडिया प्रवेश पर रोक लगा दिया था. लोहिया अस्पताल ने परिसर में मीडिया को प्रवेश की अनुमति ना देने को लेकर एक तुगलकी फरमान जारी किया था.
भारत समाचार ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया, जिसका मंगलवार को दमदार असर हुआ. लोहिया संस्थान में मीडिया का प्रवेश वर्जित करने वाले तुगलकी फरमान की खबर लगातार चलने के बाद अब संस्थान ने अपना आदेश वापस ले लिया है. जानकारी के मुताबिक, यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को संज्ञान में लिया और संस्थान के निदेशक को 1 सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया.
इसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और परिसर के अंदर मीडिया को प्रतिबंधित करने वाले तुगलकी फरमान को वापस ले लिया. साथ ही मीडिया की तारीफ करते हुए एक पत्र भी जारी किया. जानकारी के मुताबिक सूबे के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने फरमान को निरस्त करने के लिए लोहिया संस्थान के निदेशक को आदेश दिया था साथ ही इस कृत्य के लिए कठोर कार्रवाई की भी चेतावनी दी थी.
मैंने निदेशक(DrRMLIMS),लखनऊ को मीडिया पर लगे प्रतिबंध के ऑर्डर को तत्काल निरस्त कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु जरिये दूरभाष निर्देश दिये थे।उक्त के सम्बंध में संस्थान की ओर से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते हुए मीडिया पर लगे प्रतिबंध के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है pic.twitter.com/BJzyMhC3XJ
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 3, 2022
डिप्टी सीएम के इस एक्शन के बाद अस्पताल प्रशासन ने अपना पिछला आदेश खारिज कर नया आदेश जारी किया. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस संबंध में जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया. उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया, ” मैंने निदेशक(DrRMLIMS),लखनऊ को मीडिया पर लगे प्रतिबंध के ऑर्डर को तत्काल निरस्त कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने हेतु जरिये दूरभाष निर्देश दिये थे. उक्त के सम्बंध में संस्थान की ओर से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करते हुए मीडिया पर लगे प्रतिबंध के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है.”