
जब हम हार्मोनल असंतुलन की बात करते हैं, तो आमतौर पर महिलाओं का ही ख्याल आता है, लेकिन हार्मोन में बदलाव पुरुषों में भी हो सकते हैं। पुरुषों की रिप्रोडक्टिव हेल्थ के लिए एक अहम हार्मोन है टेस्टोस्टेरोन (Testosterone)। यह एक प्रमुख एंड्रोजेन हार्मोन है, जो स्पर्म निर्माण के लिए जरूरी होता है।
इसके अलावा, क्लीवलैंड क्लीनिक के अनुसार, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन सेक्स ऑर्गन्स, मसल मास, रेड ब्लड सेल्स, बोन डेंसिटी और रिप्रोडक्टिव फंक्शन्स के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर संतुलित रहना उनकी सेहत के लिए आवश्यक है।
हालांकि, उम्र बढ़ने के साथ, खासकर 40 वर्ष के बाद, टेस्टोस्टेरोन का स्तर घटने लगता है। लेकिन कई बार यह स्तर कुछ अन्य कारणों से भी कम हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप पुरुषों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं, टेस्टोस्टेरोन की कमी से कौन-कौन से लक्षण दिखाई दे सकते हैं।