
फतेहपुर जिले में धर्मांतरण के मामले में मास्टरमाइंड पादरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विगत कई दिनों पहले चर्च के अंदर प्रार्थना सभा के आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा था, हिन्दू संगठनों के विरोध के बाद 55 लोगों के खिलाफ धर्म परिवर्तन की धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए मुख्य आरोपी की तलाश में जुट गई थी। वहीं पुलिस ने अलग-अलग नाम पते के चार आधार कार्ड भी बरामद किया है, पुलिस की पूछताछ में मुख्य मास्टर माइंड पादरी ने धर्म परिवर्तन कराए जाने की कबूली है।
जिले के हरिहरगंज क्षेत्र स्थित चर्च में 15 अप्रैल 2022 को धर्मान्तरण कराये जाने का कार्य किया जा रहा था जिसके बाद स्थानीय लोगो ने चर्च में धर्मांतरण की सूचना वीएचपी के कार्यकर्ताओं को दी। जिसके बाद वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ता चर्च के बाहर इकट्ठा हुए और जब चर्च के पादरी से पूछा गया तो उसने यह स्वीकार भी किया कि चर्च के भीतर काफी संख्या में लोग मौजूद है, जिसके बाद सैकड़ो वीएचपी कार्यकर्ताओं ने चर्च का घेराव कर जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया था । वीएचपी के हंगामे के बाद मौके पर एसडीएम, सीओ व काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया था और बाद में जिले के कई थानों की पुलिस फोर्स को चर्च के बाहर तैनात कर दिया गया था और वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ता चर्च के पादरी के खिलाफ कार्यवाई की मांग पर अड़े गए थे।
जिसके बाद चर्च के भीतर मौजूद 55 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गए थे और पूछताछ के बाद पुलिस ने 35 नामजद सहित 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धर्मांतरण कराये जाने का मुकदमा दर्ज करते हुए 26 लोगों को जेल भेज था, लेकिन कोर्ट ने पुलिस द्वारा समुचित साक्ष्य पेश न करने पर पकडे गए सभी अभियुक्तों को रिहा करने का आदेश दिया था। जिसके बाद पुलिस ने कोर्ट के समक्ष पर्याप्त साबूत पेश करते हुए आगे की कार्यवाई में जुट गई थी और धर्मांतरण के मामले में मास्टरमाइंड पादरी विजय मसीह को पुलिस गिरफ्तार करते हुए सलाखों के पीछे धकेल दिया है।