राष्ट्रवीर महाराजा सुहेलदेव राजभर के स्मृति द्वारा से हुई छेड़छाड़, वाराणसी में भड़का राजभर समाज !

महराजा सुहेलदेव राजभर के नाम में जाति बोध को लेकर समय - समय पर विवाद होता आ रहा है। महाराजा सुहेलदेव को क्षत्रिय समाज खुद के समाज से होने का दावा करते है, तो वही राजभर समाज के लोग राजभर समाज के होने के दावा करते है।

वाराणसी। महराजा सुहेलदेव राजभर के नाम में जाति बोध को लेकर समय – समय पर विवाद होता आ रहा है। महाराजा सुहेलदेव को क्षत्रिय समाज खुद के समाज से होने का दावा करते है, तो वही राजभर समाज के लोग राजभर समाज के होने के दावा करते है। इन सबके बीच वाराणसी में शनिवार को महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से बने स्मृति द्वार पर लिखे नाम से छेड़छाड़ का मामला सामने आया। वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से बने स्मृति द्वार से राजभर शब्द को किया शरारती तत्व ने हटा दिया। इसकी खबर जैसे ही आग की तरह फैली, वैसे ही सैकड़ों की संख्या में पहुंचे राजभर समाज के लोगों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मामला बढ़ता देख आनन फानन में मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने आक्रोशित लोगों को शांत करवाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम से छेड़छाड़ करने वाले के ऊपर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए।

बीजेपी के दो मंत्रियों ने किया हस्तक्षेप, आक्रोशित लोगों को करवाया शांत

मिली जानकारी के अनुसार इस मामले को लेकर बीजेपी के दो मंत्रियों ने आक्रोशित लोगों को शांत करवाने की पहल की। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रविन्द्र जायसवाल और अनिल राजभर ने इस प्रकरण को संज्ञान में लिया और टेलीफोनिक माध्यम से लोगों से वार्ता किया। वही अधिकारियों को निर्देशित कर तत्काल पूर्व की तरह ही महाराजा सुहेलदेव राजभर के नाम को करने और दोषियों पर कार्रवाई की की बात कही। वही पुलिस टीम ने स्थानीय लोगो की मदद से महाराजा सुहेलदेव राजभर के स्मृति द्वार पर लिखे नाम को पूर्व के अनुरूप करवाया और शरारती तत्व पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गए।

विजयोत्सव पर मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने किया था स्मृति द्वार का उद्घाटन

वाराणसी के सारनाथ में हवेलियां चौराहे के पास विगत 10 जून को महाराजा सुहेलदेव राजभर के विजयोत्सव के अवसर पर मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने स्मृति द्वार का उद्घाटन किया। विधायक निधि से करीब 8 लाख 74 हजार रुपए कि लागत से बने स्मृति द्वार पर राष्ट्रीय महाराजा सुहेलदेव राजभर अंकित किया गया। इस नाम में राजभर शब्द को शनिवार को शरारती तत्वों द्वारा हटाए जाने के बाद लोगो में आक्रोश व्याप्त हुआ। वही इस मामले में फिलहाल पुलिस टीम ने शांति व्यवस्था कायम करते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वाराणसी सारनाथ पहुंचे वरुणा जोन के एसीपी सारनाथ विजय प्रताप सिंह ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच कर शरारती तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है। जो शांति व्यवस्था बिगड़ने की नियत से ऐसा कृत किया होगा उसके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button
Jak rodinné hádky Domácí výroba tvarohu: Jak se Jak rychle odstranit slimáky na