
भारतीय रेलवे के माध्यम से प्रतिदिन लाखों की संख्या में यात्री उत्तर प्रदेश से होकर आवागमन करते हैं, इन यात्रियों में देश के विभिन्न प्रान्तों के तथा विदेशी नागरिक भी होते हैं। यदि वर्दीधारी पुलिस कर्मी द्वारा रेल यात्रा के दौरान कोई अनुचित आचरण किया जाता है तो सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार का संदेश अल्प समय में लाखों लोगों के संज्ञान में आ जाता है।
विगत दिनों ट्रेन में पुलिस कर्मियों एवं टी0टी0ई0 के मध्य बिना टिकट ‘ए0सी0 कोच में यात्रा को लेकर वाद-विवाद एवं दुर्व्यवहार की घटनायें समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई हैं तथा सोशल मीडिया में भी इस प्रकार के वाद-विवाद एवं दुर्व्यवहार से संबंधित वीडियो वायरल हुए हैं। ऐसे अनुचित कृत्यों से उत्तर प्रदेश शासन एवं पुलिस विभाग की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) March 21, 2023
➡️अब वर्दी का रौब दिखाना पड़ेगा भारी
➡️ट्रेन में बगैर टिकट यात्रा पड़ेगी महंगी
➡️बगैर टिकट सफर करने वाले पुलिसकर्मी करते है स्टाफ से
अभद्रता
➡️डीआरएम ने डीजीपी को लिखा पत्र
➡️ऐसे मामलों में कार्रवाई की मांग की
➡️ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए- डीजीपी… https://t.co/kf0JFibrKL pic.twitter.com/Jvu7XFP1MC
डीआरएम ने डीजीपी को पत्र लिख कर कहा कि राजकीय कार्यों से यात्रा करने वाले पुलिस कर्मियों को राज्य सरकार द्वारा यात्रा भत्ता प्रदान किया जाता है, ऐसे में प्रत्येक पुलिस कर्मी का यह उत्तरदायित्व है कि वह यात्रा के दौरान ऐसा कोई आचरण न करें, जिससे पुलिस विभाग की छवि धूमिल हो। डीजीपी ने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होने कहा कि किसी पुलिस कर्मी द्वारा रेल यात्रा के नियमों का उल्लंघन किये जाने एवं रेल कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने पर कार्यवाही की जाएगी।