यूपी विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग बीते 23 फरवरी को खत्म हो चुकी है और ईवीएम मशीनों को सीआईएसएफ की सुरक्षा में स्ट्रांगरूम में रखा गया है। लेकिन लखनऊ में रमाबाई रैली स्थल में जहा स्ट्रांगरूम में ईवीएम रखी गई वहा का नजारा कुछ अलग है। अंदर स्ट्रांगरूम के बाहर सीआईएसएफ के जवान ईवीएम की सुरक्षा में तैनात है तो बाहर खुद तमाम प्रत्याशियों के समर्थक पंडाल लगा ईवीएम मशीनों की निगरानी में डटे है।
यूपी विधानसभा के चुनाव 7 चरण में हो रहे है लखनऊ में 9 सीटों पर बीते 23 फरवरी को वोटिंग खत्म हो चुकी है। इस चरण में इन सीटों पर प्रत्याशियों की किस्मत अब ईवीएम में कैद है। जिसका फैसला 10 मार्च को होना है। लेकिन काउंटिंग से पहले बीजेपी छोड़कर सभी अन्य राजनैतिक दलों को ईवीएम मशीनों की चिंता सता रही है। इन्हे लगता है कि सरकार के इशारे पर अधिकारी ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर सकते है।
लिहाजा लखनऊ के रमाबाई स्थल पर स्ट्रांगरूम में रखी ईवीएम मशीनों की निगरानी में खुद ये बैठे है। विधानसभा वार सभी 9 स्ट्रांगरूम के बाहर पंडाल लगा सपा और बसपा के प्रत्याशी और उनके तमाम समर्थक 24 घंटे निगरानी में बैठे है। इनका कहना है कि पार्टी हाईकमान के निर्देश पर लखनऊ ही नहीं वरन यूपी के सभी जिलों में ये इसी तरह ईवीएम पर नजर गड़ाये हुए है ताकि 10 मार्च से पहले कोई खेल ना होने पाए।
दरअसल मुख्य विपक्षी पार्टी सपा और इसके साथ बसपा को ये खौफ सता रहा है कि हारने के डर से सत्ता पर काबिज बीजेपी ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ कर सकती है। यही वजह है कि ये लोग रातदिन 24 घंटे ईवीएम की निगरानी में बैठे है। बहरहाल 10 मार्च को जब ईवीएम खुलेगी तो देखना होगा जनता की अदालत में इन तमाम प्रत्याशियों का क्या फैसला आता है।