उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनावों के वोटों की गिनती जारी है। अब तक के शुरूआती रुझानों के मुताबिक लगभग अधिकांश सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। एमएलसी चुनाव में विजयश्री हांसिल करने के लिए भाजपा ने पूरी कोशिश की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने विधायकों, जिला पंचायत सदस्यों, प्रखंड विकास परिषद सदस्यों, महापौरों, नगरपालिका अध्यक्षों, ग्राम प्रधानों और नगरसेवकों से भाजपा के उम्मीदवारों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया है।
एमएलसी चुनाव में भाजपा की जीत विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद राज्य चुनावों में लगातार सबसे बड़ी जीत होगी। एमएलसी चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में होने पर यह भगवा पार्टी को उच्च सदन में दो-तिहाई बहुमत भी देगी। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि एमएलसी चुनाव परिणाम योगी के नेतृत्व में बीजेपी के लिए अत्यधिक प्रभावशाली हो सकते हैं।
कई राजनितिक पंडितों का यह भी मानना है कि विधानसभा चुनावों में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व का बड़ा हस्तक्षेप भी देखा गया था। हालांकि एमएलसी चुनाव सीएम योगी नेतृत्व की परख है। उनका मानना है कि विधान परिषद चुनाव का पूरा दारोमदार मुख्यमंत्री योगी के कंधों पर था और इसके लिए उन्होंने लगातार विधायकों, जिला पंचायत सदस्यों, प्रखंड विकास परिषद सदस्यों, महापौरों, नगरपालिका अध्यक्षों, ग्राम प्रधानों और नगरसेवकों से भाजपा के उम्मीदवारों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए वर्चुअल संवाद के माध्यम से कैंपेनिंग भी की थी।
लिहाजा, अगर भाजपा इस चुनाव में विजय श्री हांसिल कर विधान परिषद में दो तिहाई बहुमत प्राप्त कर सकी तो इसका पूरा श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाएगा और पार्टी में उनके लिए आने वाले दिनों में बड़ी संभावनाएं भी देखी जा सकेंगी।