लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस अपना महिला घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र जारी करते हुए उन्होंने कहा कि यह महिला घोषणा पत्र (शक्ति विधान) महिला सशक्तिकरण एवं राजनीति में महिलाओं की भागीदारी की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इस शक्ति विधान के जरिये कांग्रेस पार्टी प्रदेश की महिलाओं के लिए समानता, न्याय, स्वतंत्रता, गरिमा एवं आत्मसम्मान के प्रति एक अनूठा और दृढ़प्रतिज्ञ विकल्प पेश कर रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि राजनीति में महिलाओं की समुचित हिस्सेदारी समाज के स्वभाव, देश की राजनीति एवं शासन में बदलाव की कुंजी है। महिलाओं की इस राजनीतिक शक्ति से ही उत्तर प्रदेश का भविष्य बदलेगा। महिलाएं अब अन्याय सहने को तैयार नहीं हैं। इसलिए हमने महिला घोषणापत्र बनाया है। इसके छह हिस्से हैं: स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत।
कांग्रेस महासचिव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आगे कहा कि ये घोषणापत्र प्रदेश की महिलाओं की आशाओं-आकांक्षाओं की सामूहिक अभिव्यक्ति है जो वर्तमान सरकार में अभूतपूर्व हिंसा, शोषण व सरकार की महिला विरोधी विचारधारा का सामना कर रही हैं। भारतीय संसद और विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व महज 15 फीसदी है। कांग्रेस ने इस निराशाजनक तस्वीर को बदलने का संकल्प लिया है। हम 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देंगे।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की लेबर फोर्स में महिलाओं की भागीदारी महज 9.4% है। यह भागीदारी बढ़ाने और लैंगिक असमानता कम करने के लिए कांग्रेस पार्टी प्रावधानों के मुताबिक 20 लाख में से 40% नौकरियां महिलाओं को देगी।