यूपी STF की पश्चिमी यूपी में तबड़तोड़ छापेमारी, 7 हिरासत में, जानें क्या है पूरा मामला ?

यूपी एटीएस बीती रात से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही है. मेरठ और गाजियाबाद में छापे मारकर यूपी एटीएस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है.

मेरठ/गाजियाबाद; यूपी एटीएस बीती रात से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही है. मेरठ और गाजियाबाद में छापे मारकर यूपी एटीएस ने 7 लोगों को हिरासत में लिया है. गाजियाबाद के मोदीनगर में एक गांव से चार संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं और 3 लोग मेरठ से एटीएस ने कस्टडी में लिए हैं.

मेरठ से कस्टडी में लिए गए 3 लोगों में एक बुलंदशहर का अब्दुल खालिक अंसारी है और एक मवाना का मोहम्मद मूसा है. तीसरा नाम अताउल रहमान का है जो मेरठ के शाहजहां कॉलोनी का निवासी है.

अब्दुल खालिक अंसारी करीब एक दशक तक बुलंदशहर में समाजवादी पार्टी का नगर अध्यक्ष रहा है. वह एआईएमआईएम से भी जुड़ा रहा है. कुछ समय पहले उसने पीएफआई की संस्था एसडीपीआई को ज्वाइन किया था. बाद में उसने अपना आवरण बदला और नोएडा के एक किसान संगठन से जुड़ गया वह बुलंदशहर के काला आम पर ग्रीन फील्ड नाम से एक स्कूल भी चलाता है.

शनिवार को वह मेरठ में अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए आया था. पत्नी को डॉक्टर को दिखाने के बाद वह अपने भाई मलिक के घर हापुड़ अड्डा पीर वाली गली गया. जहां से यूपी एटीएस की टीम ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया.

इसी तरह शाहजहां कॉलोनी के निवासी अताउल रहमान एक स्कूल संचालक हैं. शनिवार शाम 4:00 बजे उन्हें उनके स्कूल से एटीएस ने अपनी गिरफ्त में लिया. मवाना के मोहम्मद मूसा भी इसी तरह अपने घर से गिरफ्तार किया गया है. एटीएस के सूत्रों की मानें तो फिलहाल एटीएस और पुलिस की बाकी यूनिट्स संदिग्धों के साथ इंटेरोगेशन कर रही हैं.

यह माना जा रहा है की स्कूलों की आड़ में इनका कनेक्शन पीएफआई से था और इन्हें पीएफआई से फंडिंग भी मिलती थी. एसडीपीआई से भी यह लोग लंबे समय से जुड़े हैं और एसडीपीआई के पदाधिकारी भी हैं. स्कूलों के जरिए यह लोग बच्चों से लेकर उनके अभिभावकों और समाज से जुड़ते हैं और पीएफआई और एसडीपीआई का प्रचार प्रसार कर रहे हैं.

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