पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) पर मचे सियासी हलचल के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज इसका उद्घाटन कर दिया है। पीएम के हाथों उद्घाटन के मौके पर यहां वायुसेना के लड़ाकू विमानों का भी जलवा दिखा। 22500 करोड़ रुपये की लागत से 36 महीने में तैयार 341 किलोमीटर के पू्र्वांचल एक्सप्रेस-वे को अब तक का सबसे लंबा और शानदार एक्सप्रेस वे बताया जा रहा है।
3 अन्य एक्सप्रेस-वे पर भी काम कर रही योगी सरकार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार तीन अन्य एक्सप्रेस वे बनाने की योजनाओं पर काम कर रही है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ने वाली इन परियोजनाओं पर काम चल रहा है। जिसमें बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway), गोरखपुर लिंक और गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) पर तेजी से काम चल रहा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे इटावा से चित्रकूट को जोड़ेगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का प्लान सिर्फ इस एक्सप्रेसवे तक ही सीमित नहीं है बल्कि तीन और बड़े प्रोजेक्ट फिलहाल पाइपलाइन में हैं।
ये प्रोजेक्ट हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway)। इसके अलावा मेरठ से सीधे प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) को भी बनाने की तैयारी चल रही है, जो करीब 550 किलोमीटर लंबा होगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) के माध्यम से इटावा से सीधे चित्रकूट तक का सफर तय हो सकेगा।
इस पर तेजी से काम चल रहा है और प्रदेश सरकार की योजना अगले साल के अंत तक इसे लॉन्च करने की है। गोरखपुर लिंक (Gorakhpur Link) और गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) इसके अलावा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (Gorakhpur Link Expressway) कुल 91 किलोमीटर का होगा और यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से गोरखपुर को कनेक्ट करने का काम करेगा।
इस तरह प्रदेश में अगले कुछ सालों में 6 एक्सप्रेसवे हो जाएंगे। इतनी बड़ी संख्या में एक्सप्रेसवे देश के किसी भी राज्य में मौजूद नहीं हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की मदद के बिना विकास की रफ्तार की यह कहानी लिखने के लिए यूपी सरकार की संस्था उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी तारीफ की हकदार है।