उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद अब विधान परिषद चुनाव को लेकर प्रदेश में राजनैतिक चरम पर है। प्रदेश में विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव होने जा रहा है। इस चुनाव में विधानसभा की तरह रामपुर चर्चा में है। इस बार ये चर्चा रामपुर लोकसभा की उप चुनाव को लेकर है। लेकिन यह चुनाव भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच ही सिमटेगा। दरअसल भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच ही होगा ।क्योंकि उप चुनाव में BSP पार्टी और कांग्रेस ने प्रत्याशी नही उतारे है।
रामपुर में नूर महल को कांग्रेस के गढ़ से जाना जाता है। उस सीट पर BJP ने घनश्याम सिंह लोधी को प्रत्याशी घोषणा कर दी है। इस घोषणा के साथ ही कांग्रेस नेता नवेद मियां ने भाजपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया है। नूर महल के भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में आने से सपा के कद्दावर नेता आजम खां का सिरदर्द भी बढ़ गया है। रामपुर में पूर्व मंत्री नूर महल के वारिस नवेद मियां और पूर्व विधायक अफरोज खां ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी को समर्थन की घोषणा की है। लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस हाईकमान के कोई भी प्रत्याशी न उतारे जाने से खफा पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान उर्फ नवेद मियां ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन की घोषणा की है।
सोमवार रात नूर महल पहुंचे भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी, जहां नवेद मियां ने उन्हें समर्थन की घोषणा की। इस दौरान स्वार से अपना दल के टिकट पर विधान सभा चुनाव लड़ चुके नवेद मियां के बेटे हैदर अली खां और पूर्व विधायक अफरोज अली खां भी मौजूद रहे। इस मौके पर नवेद मियां ने कांग्रेस न छोडऩे की सलाह दिया है।साथ ही उन्होंने आजम खां पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारा पूरा खानदार विषम मौके पर भी कांग्रेस के साथ ही था और आगे भी रहेगा। लेकिन हम आजम खां के साथ कभी भी नहीं आ सकते हैं। हमारा समर्थन घनश्याम सिंह लोधी को है। हम उनको खुलकर समर्थन दे रहे हैं और हमारे साथ के भी सभी लोग उनके ही साथ हैं और उनकी पूरी मदद भी करेंगे। हमारा प्रयास है कि रामपुर से इस बार घनश्याम सिंह लोधी ही जीतें