उत्तरकाशी टनल हादसा: 40 मजदूरों की जिंदगी अभी भी दांव पर, बचाने के लिए युद्धस्तर पर चल रहा काम

बताया जा रहा है कि सुरंग में फंसे मजदूरों से वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क साधा जा रहा है.मजदूरों को सुरंग में पाइप के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.अनुमान के हिसाब से सुरंग का करी 35 मीटर का हिस्सा टूटा हुआ है.

डिजिटल डेस्क- उत्तरकाशी का टनल हादसा काफी ज्यादा भयावह रहा है. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा की सुरंग का एक हिस्सा अचानक से ढह गया.जिससे करीब चालीस मजदूर सुरंग में फंस गए थे. फंसे हुए मजदूरों में यूपी के अलावा बिहार और झारखंड के भी मजदूर है.

सिलक्यारा सुरंग में पिछले 50 घंटे से ज्यादा समय से मजदूरों की जिंदगी कैद है. इन मजूदरों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. रेस्कयू ऑपरेशन बड़ी ही तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है.बताया जा रहा है कि सुरंग में फंसे मजदूरों से वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क साधा जा रहा है.मजदूरों को सुरंग में पाइप के जरिए ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है.अनुमान के हिसाब से सुरंग का करी 35 मीटर का हिस्सा टूटा हुआ है.

हादसा कुछ इस तरह से हुआ कि दीपावली के दिन उत्तरकाशी में चारधाम परियोजना के तहत निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग के भीतर अचानक ही मलबे के गिरने की आवाज सुनाई दी. और देखते ही देखते हजारों टन मलबा पूरी सुरंग में फैल गया. पलभर में ही काम करने वाले मजदूर इतने बड़े खतरे में आ गए.और दांव पर लगी मजदूरों की जिंदगी को बचाने की कोशिश की जा रही है.

इसके अलावा ये भी बता दें कि उत्तरकांशी सुरंग हादसे पर सीएम धामी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं, और कहा जा रहा है कि जल्द से जल्द उन मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है. साथ ही एक लिस्ट भी जारी की गई है कि जिसमें ज्यादातर मजदूर यूपी के हैं.इसके अलावा उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे की जांच की जाएगी. उत्तराखंड सरकार ने इसकी जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है.इस कमेटी में 6 लोगों को शामिल किया गया है.ये कमेटी इस हादसे के कारणों का पता लगाएगी.

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