बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे भार पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश को सभी पदों से हटा दिया है। उन्हें अपने उत्तराधिकारी बनाने का निर्णय भी वापस ले लिया। मायावती ने कहा अब पूर्ण परिक्वता आने के बाद आकाश आनंद को अहम जिम्मेदारियां दी जाएंगी। जबकि आकाश के पिता पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने रहेंगे।
लंदन से एमबीए की पढ़ाई करने वाले आकाश आनंद बसपा प्रमुख द्वारा उत्तराधिकारी बनाए जाने के बाद से ही सक्रियता बढ़ गई थी। मायावती ने उन्हें उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी थी।
इस लिए मायावती ने लिया ये फैसला
पिछले कुछ दिनों से आकाश आनंद जनसभाओं में आक्राम दिखाते हुए योगी मोदी पर जमकर निशाना साध रहे थे। उनके शब्दों के चयन से भी बसपा प्रमुख काफी नाराज थीं। मायावती विपक्षियों पर निशाना साधते वक्त भी राजनीतिक शुचिता का पूरा ध्यान रखतीं हैं, लेकिन आकाश ने सीतापुर में जिस तरह का शब्द इस्तेमाल किया उससे मायावती काफी नाराज थी।
विपक्षी पार्टी के निशाने पर बसपा
आकाश आनंद के सभी पदों से निष्कासित होने के बाद अब बसपा विपक्ष के निशाने पर है। भाजपा ने कहा बसपा में सिर्फ मायावती का ही चलता है, इसलिए अपनी मनमर्जी से फैसले लेती रहती हैं। पार्टी में लोकतंत्र या कोई सिस्टम नहीं है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि भाजपा पर निशाना साधने पर आकाश पर कार्रवाई लिया गया। कहीं यह भाजपा के कहने पर तो नहीं किया गया? बसपा भाजपा के इशारे पर काम कर रही है।