गाजियाबाद : किसानों की मेहनत की गाढ़ी कमाई को लूटने वाले ठगों का खुलासा हुआ है। लोनी तहसील के अफजलपुर गांव में नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा एसडीएम लोनी किया है। जिसमे साढे 3 हज़ार से अधिक बोरी नकली खाद बरामद की गई है। यह खाद मोरंग और नमक से बनाई जा रही थी। ये सभी फ़र्टिलाइज़र देश की नामी कम्पनी इंडियन पोटाश लिमिटेड के नाम से बनाकर बाजारों में सप्लाई की जा रही थी। लोनी एसडीएम ने फैक्ट्री सील करने की कार्यवाई की है। लोनी एसडीएम हिमांशु वर्मा अवैध रूप से संचालित प्रदूषण फैलाने वाली फैक्टरियों के खिलाफ कार्यवाई कर रहे थे। इसी क्रम में अफजलपुर गांव में एक फैक्ट्री की दीवार तोड़ी गयी तो वहां पर खाद के बोर भारी मात्रा में पकड़े गए। मौके पर डिप्टी डायरेक्टर कृषि और जिला कृषि अधिकारी को मौके पर मौका मुआयना किया है। एसडीएम ने खादों की सैंपलिंग के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया है।
देश की नामी और विदेशी कंपनियों के नाम से करते थे पैकेजिंग।
फैक्ट्री में देश की नामी कंपनी इंडियन पोटाश लिमिटेड (IPL)की म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP) और कीटनाशक फर्टेरा (मेड इन इजराइल) के नाम से बना कर बाजारों में भेजा जा रहा था। डिप्टी डायरेक्टर कृषि राम जतन मिश्रा ने बताया कि मौके पर 800 बोरे एमओपी, 1200 बोर नाइट्रो बोर है, 500 बोरे यूरिया और करीब इतने ही कीटनाशक फर्टेरा रिकवर किये गए हैं।
मौके से पकड़ी गई मिक्चर मशीन, 2 कर्मचारी भी हिरासत में लिए गए।
एसडीएम की टीम ने मौके से मिक्सिंग मशीन मिली साथ ही खाद के कट्टे भारी संख्या में खाली मिले हैं। जिन्हें सील किया गया है । मौके पर पहुँचे जिला कृषि अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बाजार में फर्टिलाइजर की कमी के मद्देनजर अविढ़ कारोबारियों ने नकली कहाड बनकड बाजार में उतार रहे है। खाद बनाने की इस फ़ैक्टरी का कही भी पंजीकरण नही है। ये पूरी तरीके से अवैध प से चलाई जा रही थी। जिन कंपनियों के बैग मिले है उनके अधिकरियो से बात कर कृषि अधिकारी इसकी विस्तृत जांच कर रहे है। फैक्ट्री मालिक के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्यवाई की जा रही हैं।