बरेली। उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से भाजपा कार्यकर्ताओ की प्रशासन की कार्यशैली के चलते पार्टी के खिलाफ नाराजगी की खबरें सामने आ रही हैं, कार्यकर्ताओ का आरोप हैं की प्रदेश सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों को इस कद्र छूट दे रखी हैं की वो किसी की भी सुनने को तैयार तक नहीं है और ऐसी नाराजगी की खबरें हर तरफ से पार्टी के शीर्ष नेताओ के पास आ रही है।
ताजा मामला बरेली से है जहाँ बीजेपी महानगर उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने प्रशासन से नाराजगी के चलते पार्टी पर सहायता न करने के आरोप लगाते हुए खुद को इस्लाम धर्म को कबूल करने की पसंद जैसी धमकी दे डाली है। दरअसल बरेली डीएम ने प्रदीप अग्रवाल का शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने बरेली भाजपा सांसद से इस मामले पर मदद की गुहार लगाई लेकिन सांसद जी ने किसी भी तरह की प्रत्रिक्रिया नहीं दी जिसके बाद उन्होंने प्रशासन से भी मदद की आशा की लेकिन उनको किसी भी तरह की मदद नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने पार्टी पर कार्यकर्ताओं की नजरअंदाजगी के आरोप लगाते हुए मदद न मिलने की एवज में खुद को 15 दिन के अंदर इस्लाम धर्म कबूल करने की बात कह डाली है।
सरेराह फायरिंग करने का है आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदीप अग्रवाल पर अप्रैल 2022 में बरेली के सुभाष नगर में मामूली झगडे के चलते एक व्यक्ति पर फायरिंग करने का आरोप है, जिसमे घायल व्यक्ति को हमले में गंभीर चोटे आई थी। जिसके बाद पुलिस जाँच में दोषी पाए जाने के बाद संतोष अग्रवाल का शस्त्र लाइसेंस डीएम कार्यालय से निरस्त कर दिया गया था।