धर्मनिर्पेक्ष संवैधानिक व्यवस्था को कम्युनल कहना गलत, पीएम मोदी के बयान पर भड़की मायावती

उन्होंने लिखा, "पीएम द्वारा कल 15 अगस्त को लाल किले से बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा सभी धर्मों का एक-समान सम्मान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत की संवैधानिक व्यवस्था को ’कम्युनल’ कहना क्या उचित?

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर लाल किले से दिए गए भाषण पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि धर्मनिरपेक्ष संवैधानिक व्यवस्था को कम्युनल कहना उचित नहीं है।

उन्होंने लिखा, “पीएम द्वारा कल 15 अगस्त को लाल किले से बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा सभी धर्मों का एक-समान सम्मान के धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत की संवैधानिक व्यवस्था को ’कम्युनल’ कहना क्या उचित? सरकार संविधान की मंशा के हिसाब से सेक्युलरिज्म का पालन करें यही सच्ची देश भक्ति व राजधर्म।”

उन्होंने आगे लिखा, “इतना ही नहीं बल्कि पीएम द्वारा देश की अपार गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि की ज्वलन्त राष्ट्रीय समस्याओं पर इससे प्रभावित करीब सवा सौ करोड़ लोगों में उम्मीद की कोई नई किरण नहीं जगा पाना भी कितना सही? लोगों के ’अच्छे दिन’ कब आयेंगे?”

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