
Desk: ठंड के मौसम की शुरुआत होने से पहले बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाते है. ऐसे में इस बार बद्रीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद होंगे. इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है. वही मौसम नें भी करवट ले ली है. लगातार बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट देखने को मिल रहा है. चुकि बद्रीनाथ धाम में दर्शन का अंतिम दौर चल रहा है ऐसे में जमकर श्रद्धालु दर्शन हेतु आ रहे है.
जैसे-जैसे कपाट बंद होने के दिन करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे बदरीनाथ धाम में तापमान और कम होता जा रहा है. यहां हल्का मौसम बदलते ही जबरदस्त सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है. बुधवार को दोपहर के बाद यहां मौसम ने करवट बदली बर्फबारी शुरू हो गई.
➡19 नवंबर से बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होगे
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 14, 2022
➡कपाट बंद होने की तैयारियां 15 नवम्बर से शुरू होंगी
➡15 नवम्बर से कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू होगी
➡इस बार धाम में रिकॉर्ड श्रद्धांलू आए हैं- समिति अध्यक्ष
➡कपाट बंद होने पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धांलू पहुंचेंगे#Dehradun pic.twitter.com/ObaAjS70in
कपाट बंद होने में कम ही समय बचा है बावजूद इसके हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र और चार धामों में एक भगवान विष्णु के पावन धाम बदरीनाथ में कार्तिक माह में रौनक है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के धाम में पहुंचकर कार्तिक स्नान के अवसर पर आ रहे है. दरअसल बद्रीनाथ धाम में कार्तिक माह में स्नान ध्यान दीपदान और खिचड़ी का विशेष महत्व है.
ऐसा माना जाता है कि बद्रीनाथ धाम मोक्ष धाम है जहां के एक बार दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस समय देश के कोने-कोने से पहुंचने वाले श्रद्धालु तप्त कुंड में स्नान करने के साथ ही अलकनंदा के पावन जल से स्नान कर रहे हैं.आपको बता दें कि कपाट बंद होने की प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरु होगी. समिति अध्यक्ष की माने तो इस बार धाम में रिकार्ड श्रद्धालुओं ने दर्शन किया है. उन्होंने अनुमान जताया कि कपाट बंद होने पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धांलु पहुंचेंगे.









