समाजवादी पार्टी ने मेरठ लोकसभा सीट से भानु प्रताप सिंह को मैदान में उतार है। भानु प्रताप सिंह मूल रूप से बुलंदशहर के वीर खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। उनके चाचा रोशन लाल दशकों पहले खुर्जा लोकसभा से सांसद रहे हैं। इनके पिता पदम सिंह दिल्ली में जज थे। भानु प्रताप सिंह का जन्म और लालन पालन दिल्ली में ही हुआ और वहीं पढ़ाई-लिखाई करके सुप्रीम कोर्ट में वह वकील बन गए। वर्तमान में चुनाव में ईवीएम व्यवस्था के खिलाफ दिल्ली में आंदोलन चला रहे हैं।
मेरठ जिले से उनका कोई संबंध नहीं रहा है। मेरठ में समाजवादी पार्टी ने पैराशूट कैंडिडेट को जनता के बीच उतार दिया है। सपा मेरठ लोकसभा पर दलित वोट बैंक में सेंध लगाकर दलित-मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाकर चुनाव जीतना चाहती है। मगर समाजवादी पार्टी शायद निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी का हश्र भूल गई।
मेयर के चुनाव में समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सीमा प्रधान मुसलमान के गुस्से और विरोध के चलते तीसरे नंबर पर रही थी और दूसरे नंबर पर ए आई एम आई एम के प्रत्याशी ने सवा लाख से ज्यादा वोट पाए थे। समाजवादी पार्टी ने भानु प्रताप सिंह को मेरठ से उतर कर बीजेपी का रास्ता चिकनी सड़क जैसा सुलभ सरल और सहज कर दिया है।