Adani Group: हिमाचल में कंपनी बंद करने को लेकर अडानी ग्रुप का जवाब, ट्रक यूनियनों के रवैये के कारण उत्पन्न हुई स्थिति

अब एक इकाई के रूप में हम प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बाजारों में सीमेंट कीआपूर्ति करना चाहते हैं, और हमारा इरादा यह है कि किसी भी कंपनी से सीमेंट स्वतंत्र रूप से राज्य में बेहतर तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाई जा सके।

हिमाचल में कंपनी बंद करने को लेकर अडानी ग्रुप का बयान सामने आया है। उन्होने कहा कि हमें बहुत खेद है कि हिमाचल प्रदेश की ट्रक यूनियनों के अड़ियल रवैये के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ हमारा चार दशक पुराना रिश्ता न केवल हमारे निर्माणकार्यों के साथ जुड़ा हुआ है बल्कि बरमाना और दाड़लाघाट के समुदायों के कल्याण के बारे में भी है। हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर प्रदेश है और बेहतर विकास का हकदार है। क्षेत्र के लोग सीमेंट के बेहतर दाम के हकदार हैं। लेकिन यह ट्रांसपोर्ट यूनियनों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है।

उन्होने कहा कि उच्च परिवहन लागत के कारण पड़ोसी राज्यों की तुलना में हिमाचल के लोगों के लिए सीमेंट की कीमत बहुत अधिक है। बरमाना और दाड़लाघाट सीमेंट संयंत्र पिछले लंबे समय से हिमाचल प्रदेश में मौजूद हैं और इनसंयंत्रों ने स्थानीय लोगों की आर्थिक समृद्धि और राज्य के राजस्व में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। दोनों कंपनियां राज्य में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर सबसे बड़ी रोजगार प्रदाता कंपनियों में से हैं। हालांकि, परिवहन से संबधित विभिन्न अक्षमताओं के कारण समूह के दो सीमेंट संयंत्र अव्यावहारिक हो गए हैं। अब एक इकाई के रूप में हम प्रतिस्पर्धी कीमतों पर बाजारों में सीमेंट कीआपूर्ति करना चाहते हैं, और हमारा इरादा यह है कि किसी भी कंपनी से सीमेंट स्वतंत्र रूप से राज्य में बेहतर तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाई जा सके।

उन्होने कहा कि ट्रांसपोर्टरों को हमारे ब्रांड की खूबियों से युक्त सामग्री को बदलने के प्रबंधन के अधिकार के बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए। चूंकि ईंधन एक राष्ट्रीय संसाधन है, इसलिए हमारे प्रयास ईंधन की बचत करके हिमाचल प्रदेश को एक हरा-भरा राज्य बनने में मदद करेंगे और ग्राहकों को कुशलतापूर्वक सेवा देने के लिए तालमेल भी कायम करेंगे। अंतरराज्यीय और अंतर-क्षेत्रीय परिवहन की सुविधा के लिए हमारी कंपनियों को भारत में जहां भी जरूरत हो, ट्रक किराए पर लेने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए। इस प्रकार हमारे उपभोक्ताओं को सर्वाेत्तम सेवा प्रदान करने के लिए खुलेबाजार के दृष्टिकोण को सुनिश्चित करना भी बेहद जरूरी है।

उन्होने कहा कि इससे भी अधिक दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि स्थानीय परिवहन संघ अन्यट्रांसपोर्टरों को प्रतिस्पर्धी दरों पर काम करने की अनुमतिन हीं देते हैं।यह मुक्त बाजार की भावना के खिलाफ है। वाहन के आकार, वहन क्षमता आदि के अनुसार माल भाड़े की दरों के लिए खुली निविदा प्रक्रिया होनी चाहिए। ऐसे मामले सभी हितधारकों के सामने आने वाले मुद्दों को समझ कर ही सुलझाए जा सकते हैं, न कि एक-दूसरे पर दोषा रोपण करके। हम राज्य के सामने पेश आ रही समस्याओं को हल करने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। हम इन मुद्दों को सौहार्दपूर्णढंग से हल करने के लिए परिवहन संघों सहित सभी हितधारकों से सहयोग मांग रहे हैं। हिमाचल प्रदेश एक अनुकूल कारोबारी माहौल की सुविधा और संचालन में आसानी सुनिश्चित करके राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। ट्रांसपोर्टेशन से संबंधित वैल्यू चेन को सुव्यवस्थित करना इसलिए भी महत्वपूर्ण है।क्योंकि इस तरह हम हिमाचल प्रदेश के ईमानदार और मेहनती लोगों के व्यवसाय और आजीविका के लिए अनेकसु अवसर उपलब्ध करा सकते हैं।

Related Articles

Back to top button