आगरा : डॉ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में हुआ 87वां दीक्षांत समारोह, राज्यपाल ने कहा- सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की हो प्राथमिकता

उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने आज डॉ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि उच्चतर शिक्षा की राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका है। इसका वास्तविक उद्देश्य हमारे युवाओं का चहुंमुखी विकास करना है, जो हमारे विविधताओं से भरे महान राष्ट्र की समृद्धि के लिये आवश्यक है। उन्होंने समारोह में स्नातक स्तर के 88,930 स्नातकोत्तर स्तर के 12,655 व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के 17,769 और विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं उत्तीर्ण करने वाले 3756 विद्यार्थियों सहित कुल 1,22,110 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। साथ ही उन्होंने श्रेष्ठ शैक्षिक प्रदर्शन करने वाले कुल 169 विद्यार्थियों को पदक प्रदान किए, जिनमें से 135 पदक छात्राओं को एवं 34 पदक छात्रों को प्राप्त हुए।

राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा हम सभी की प्राथमिकता सशक्त और आत्मनिर्भर भारत निर्माण की होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए रिसर्च तथा इनोवेशन के माध्यम से स्थानीय विकास को बल प्रदान करके सभी विद्यार्थीगण अपनी शिक्षा को सही अर्थों में उपयोगी बना सकते हैं। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से समाज के प्रत्येक वर्ग के सदस्य के लिए सम्मान और संवेदनशीलता के साथ कल्याण कार्यों को करने के लिए कहा। उन्होंने विद्यार्थियों से रक्तदान, प्लेटलेट दान, क्षय रोगसे ग्रसित रोगियों मदद जैसे मानवजीवन उपयोगी मुहिम से जुड़ने का आह्वान भी किया।

समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन छत्रपति शिवाजी मंडपम, वन व्यू सॉफ्टवेयर, जिओ टैगिंग, डिजीलॉकर और कॉल सेंटर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने स्कूलों से आए बच्चों को पठन-पाठन सामग्री, बैग एवं फल वितरण भी किया। समारोह में कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने जा रहा है। विद्यार्थी डिजिटल हस्ताक्षर के माध्यम से अपनी उपाधि और अंकतालिका का कलर प्रिंट आउट भी निकाल सकेगा। किसी भी विद्यार्थी को अपनी नौकरी लगने के बाद उपाधि और अंक तालिका के सत्यापन के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इस अवसर पर दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि एवं आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज, प्रो-कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा, कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, शिक्षकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।

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