
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान बदहाली में जीने को मजबूर है. भाजपा सरकार को किसानों की दिक्कतों, परेशानियों की कोई चिंता नहीं है. किसानों के साथ किए गए भाजपा के सभी वादे झूठे निकले हैं.
उन्होंने कहा कि किसान हित की बातें सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में छपी दिखती है. अब तो मुख्यमंत्री भी किसानों के बारे में कुछ नहीं बोलते है. किसान मंहगाई और कर्ज के बोझ से दबकर आत्महत्या करने को मजबूर है. अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार के तमाम दावों के बावजूद धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दरों पर नहीं हुई है.
किसान को अपनी फसल को औने-पौने दाम पर बिचैलियों के हाथों बेचना पड़ा है. बीजेपी पर हमलावर अखिलेश ने आगे कहा कि प्रदेश में धान की क्रय अवधि 05 माह होती है. जिसमें पहले 48 घंटो के अन्तर्गत किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) दर पर भुगतान करने का निर्देश था, फिर इसे 90 दिन कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि यह बात तो खुद आयुक्त खाद्य रसद विभाग भी मान रहा है कि सभी किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर भुगतान नहीं किया जा सका है. अखिलेश ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि भाजपा सरकार को बताना चाहिए कि आखिर किसानों को धान की एमएसपी दरों पर निर्धारित अवधि में भुगतान क्यों नहीं किया गया?