अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी इलाके के नुमाइश ग्राउंड स्थित कब्रिस्तान में गुरुवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कुछ लोग पहुंचे और एक कब्र की खुदाई शुरू कर दी गई। इलाके की लोको कॉलोनी निवासी शाहिदा परवीन नाम की महिला व प्रशासनिक अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया तमकीन अहमद नाम का युवक अपनी पत्नी के साथ सऊदी अरब में रहकर नौकरी पेशा कर रहा था।
जहां तमकीन अहमद की 15 अप्रैल 2021 को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। जहां से कोविड गाइडलाइंस के तहत बड़ी ही मुश्किलों से तमकीन अहमद के शव को 31 मई 2021 को यहां अलीगढ़ लाने की बात बताई गई है। शाहिदा परवीन का कहना है कि वहां से पोस्टमार्टम होकर शव तो मिल गया था। लेकिन उन्हें आशंका थी कि तमकीन अहमद की हत्या की गई है। क्योंकि उसके मुंह से सफेद झाग निकल रहा था।
लेकिन कोरोना काल के कारण शव का पोस्टमार्टम अलीगढ़ शव आने पर नहीं हो सका और 3 दिन घर में शव रखने के बाद इलाके के रामलीला ग्राउंड स्थित कब्रिस्तान में शव दफना दिया गया था। लेकिन अपनी कार्यवाही जारी रखते हुए कोर्ट में पोस्टमार्टम के लिए अर्जी डाल दी। प्रशासनिक अधिकारी एसीएम द्वितीय के बताए अनुसार संयुक्त निदेशक के निर्देश पर कब्र से शव परिजनों की अर्जी के अनुसार निकाला गया है। परिवार ने हत्या की आशंका जताई है। हालांकि अब पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर मौत का कारण क्या था।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अपनी अग्रिम कार्यवाही कर रहे हैं। यहाँ पूरी जानकारी जुटाने पर पता चला है कि तमकीन की मृत्यु को करीब 10 माह बीत चुके हैं। हालांकि क्रिस्तान में मृतक के शव को विदेश से यहाँ भारत मे लाने की 1 माह की प्रक्रिया के बाद करीब 9 माह पूर्व दफनाया जा सका।