CBI के सामने पेशी से पहले बोले मनीष सिसोदिया- मेरे खिलाफ बनाया गया फर्जी केस, गुजरात में AAP सरकार बनना तय…

सीबीआई के सामने पेशी पर जाने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि सीबीआई ने मेरे बैंक लाकर खंगाले, उनको लगता था वहां कैश मिलेगा, प्रॉपर्टी के कागजात मिलेंगे, गोल्ड मिलेगा, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. नई आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर खुद के खिलाफ चल रही CBI जांच को लेकर मनीष सिसोदिया लगातार बीजेपी पर हमलावर है.

सोमवार को नई आबकारी नीति में घोटाले को लेकर CBI ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए अपने मुख्यालय बुलाया है. मनीष सिसोदिया को CBI ने सुबह 11 बजे तक पेश होने को कहा है. CBI ऑफिस के लिए रवाना होने से पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “सीबीआई की तैयारी अब मुझे गिरफ्तार करने की है. इन्होने पहले मेरे घर में CBI रेड कराई. इनको उसमें कुछ नहीं मिला. एक पैसे का भ्रष्टाचार नहीं मिला.”

सीबीआई के सामने पेशी पर जाने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि सीबीआई ने मेरे बैंक लाकर खंगाले, उनको लगता था वहां कैश मिलेगा, प्रॉपर्टी के कागजात मिलेंगे, गोल्ड मिलेगा, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. नई आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर खुद के खिलाफ चल रही CBI जांच को लेकर मनीष सिसोदिया लगातार बीजेपी पर हमलावर है.

उन्होंने कहा कि गुजरात में भाजपा अपनी निर्धारित हार से डर गई है और इस वजह से उन्हें जेल भेजने की पूरी कोशिश कर रही है. मनीष सोसोदिया ने इस सम्बन्ध में कई ट्वीट किये जिसमें उन्होंने लिखा, “मेरे खिलाफ पूरी तरह से फर्जी केस बनाकर इनकी तैयारी मुझे गिरफ्तार करने की है. मुझे आने वाले दिनों में चुनाव प्रचार के लिए गुजरात जाना था. ये लोग गुजरात बुरी तरह से हार रहे हैं. इनका मकसद मुझे गुजरात चुनाव प्रचार में जाने से रोकना है.

अपने इस ट्वीट की संक्षेपिका में मनीष ने लिखा, “जब जब मैं गुजरात गया, मैंने गुजरात के लोगों को यही कहा कि हम गुजरात में भी आपके बच्चों के लिए दिल्ली जैसे शानदार स्कूल बनायेंगे. लोग बहुत खुश हैं. लेकिन ये लोग नहीं चाहते कि गुजरात में भी अच्छे स्कूल बनें, गुजरात के लोग भी पढ़ें और तरक्की करें.”

उन्होंने आगे फिर लिखा, “मेरे खिलाफ एक पूरी तरह से फर्जी केस बनाया हुआ है.मेरे घर रेड की, कुछ नहीं मिला, मेरे सारे बैंक लॉकर देखे, कुछ नहीं मिला, मेरे गांव में जाकर सारी जांच की, कुछ नहीं मिला. ये केस पूरी तरह से फर्जी है.”

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