
नई दिल्ली; बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बुधवार को मध्य प्रदेश में चुनाव तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक हुई। चुनाव समीक्षा के साथ राज्य और केंद्र में पार्टी की सरकारों की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रभाव पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के पार्टी नेताओं से “सीटों” पर ध्यान केंद्रित करने और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के साथ संवाद जारी रखने को कहा है।
पीएम ने कहा कि सभी राज्य नेताओं को सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। मध्य प्रदेश से जुड़ी ये बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली। सूत्रों ने बताया कि बैठक में सरकारी योजनाओं के प्रभाव को अधिकतम करने के तरीकों पर चर्चा हुई। साथ ही मध्य प्रदेश में कमजोर सीटों व आंतरिक सर्वेक्षण पर भी चर्चा हुई।
पांच राज्यों-छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में इस साल के अंत तक चुनाव होंगे। मध्य प्रदेश में भाजपा सत्ता में है और यह चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी के अभियान का चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ लड़े जाने की संभावना है।
सीईसी ने चुनावी राज्य छत्तीसगढ़ में तैयारियों पर भी चर्चा की। राज्य की 90 सीटों में से सीईसी ने 27 सीटों पर उम्मीदवारों के पैनल पर चर्चा की, सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने अपने चुनावी प्रयासों में बेहतर योजना के लिए सीटों को चार श्रेणियों-ए, बी, सी, डी में वर्गीकृत किया है। वर्गीकरण से उन सीटों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
‘ए’ श्रेणी की सीटें वे हैं जो भाजपा ने पिछले चुनावों में हर बार जीती हैं, ‘बी’ श्रेणी में वे सीटें हैं जिन पर पार्टी को जीत और हार के मामले में मिश्रित परिणाम मिले हैं, सूत्रों ने कहा, ‘सी’ श्रेणी में सीटें हैं उन्होंने कहा, जहां बीजेपी कमजोर है, वहीं ‘डी’ श्रेणी में वे निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं, जहां बीआईपी ने कभी जीत हासिल नहीं की है।
सूत्रों ने एएनआई को बताया कि मंगलवार को ‘बी’ और ‘सी’ श्रेणी की 22 सीटों और ‘डी’ श्रेणी की पांच सीटों पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि पार्टी कांग्रेस शासित राज्य की करीब 50 फीसदी सीटों पर नये चेहरे उतार सकती है। बीजेपी मुख्यालय में हुई बैठक में छत्तीसगढ़ को लेकर लगभग दो घंटे तक चर्चा चली।
बैठक में शामिल होने वाले नेताओं में पीएम मोदी के अलावा बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, छत्तीसगढ़ चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, सह-प्रभारी मनसुख मांडविया और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ भाजपा प्रमुख अरुण साव सहित सीईसी के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
सूत्रों ने कहा कि चर्चा मुख्य रूप से कमजोर सीटों पर केंद्रित रहा और बैठक में अभियान की रणनीति पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि राज्य नेतृत्व ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों तक पहुंचने सहित जमीनी स्तर पर किए जा रहे कार्यों पर प्रतिक्रिया दी। बैठक में सबसे पहले छत्तीसगढ़ पर चर्चा हुई और उसके बाद मध्य प्रदेश पर चर्चा हुई। शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और अन्य प्रमुख नेता भी मौजूद थे।