पश्चिमी यूपी में सक्रिय सॉल्वर गैंग का बिहार कनैक्शन, सरगना और 4 सॉल्वर गिरफ्तार

सॉल्वर गैंग के सरगना देवेन्द्र के मुताबिक उसका कनैक्शन बिहार के सचिन से है. सचिन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सॉल्वर मुहैया कराता है. सचिन के गैंग में बिहार का ही एक राहुल नाम का युवक भी है. ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में राहुल ने ही देवेन्द्र के लिए सॉल्वर भेजे थे.

पश्चिमी उत्तरप्रदेश में सक्रिय सॉल्वर गैंग पर नकेल कसते हुए एसटीएफ मेरठ यूनिट और मेरठ पुलिस ने बिहार कनैक्शन के एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए सॉल्वर गैंग के सरगना और 4 सॉल्वरों की गिरफ्तारी की है. इनमें से एक सॉल्वर बिहार से गाजियाबाद में अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आया था. जबकि मेरठ पुलिस ने दो दिन में तीन केस दर्ज करते हुए तीन सॉल्वरों की गिरफ्तारी की है.

एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने खुलासा किया है कि बिजनौर के देवेन्द्र को सॉल्वरों से डील करने के बाद उन्हें परीक्षा में बिठाया था. सर्विलांस की मदद और अपने नेटवर्क की सटीक सूचना पर जब देवेन्द्र की गिरफ्तारी की गयी तो उसने गाजियाबाद के मुरादनगर के एक परीक्षा केन्द्र पर अभ्यर्थियों की जगह बिठाये गये तीन सॉल्वरों के नामों का खुलासा किया. सटीक जानकारी पर एसटीएफ ने सॉल्वरों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया था.

एसटीएफ टीम ने बिहार के नालंदा जिले के निवासी सॉल्वर सतेन्द्र की गिरफ्तारी की है. बिहार से आये चंदन और अंकुर नाम के दो सॉल्वर एसटीएफ के जाल में फंसने से पहले ही फरार हो गये. एसटीएफ टीम उनकी तलाश में है.

एसटीएफ ने पश्चिमी यूपी में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग के सरगना देवेन्द्र से कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की है. सॉल्वर गैंग के सरगना देवेन्द्र के मुताबिक उसका कनैक्शन बिहार के सचिन से है. सचिन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सॉल्वर मुहैया कराता है. सचिन के गैंग में बिहार का ही एक राहुल नाम का युवक भी है. ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में राहुल ने ही देवेन्द्र के लिए सॉल्वर भेजे थे.

ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा के लिए गाजियाबाद में भूपेन्द्र, पंकज और जागेश से एक-एक लाख रूपये लेकर अभ्यर्थियों के स्थान पर बिहार से भेजे गये सॉल्वर बिठाये गये थे. देवेन्द्र ने यह भी बताया कि एक लाख रूपये में से पचास फीसदी हिस्सा सॉल्वर गैंग को जाता है. भुगतान राहुल और सचिन को होता है और वह अपने हिसाब से सॉल्वर को उसके हिस्से का पैसा देते है.

एसटीएफ मेरठ यूनिट के एसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि परीक्षा में सक्रिय गैंग के अन्य बदमाश और सॉल्वरों की पहचान कर ली गयी है. इनका कनैक्शन बिहार से है. इनके कनैक्शन देश-प्रदेश में और कहां-कहां है, इसकी पड़ताल की जा रही है. यह भी तलाशा जा रहा है कि बिहार और वेस्ट यूपी से जुड़े गैंग ने ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा में किस शहर में बिहार और यूपी के कितने सॉल्वर बिठाये थे. दोनों गिरोहों पर एसटीएफ पूर्व से ही कड़ी नजर रख रही थी.

मेरठ पुलिस ने अलग-अलग परीक्षा केन्द्रो पर पकड़े गये तीन सॉल्वरों की गिरफ्तारी करके मुकदमें दर्ज किये है. मेरठ के ब्रह्मपुरी, सदर बाजार और लालकुर्ती थानों में एक-एक केस दर्ज करके तीन सॉल्वरों की गिरफ्तारी की गयी है. यह सॉल्वर अलग-अलग जिलों के निवासी है. फिलहाल पुलिस ने उनके नामों का खुलासा नही किया है.

एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि केस दर्ज करके तीनों के खिलाफ आईपीसी और यूपी परीक्षा अधिनियम की धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. सॉल्वरों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है. यह भी पता किया जा रहा है कि वे किस गैंग के लिए काम करते है.

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