एक साल में बेहद तेजी से बढ़ी अडानी की संपत्ति, ब्लुमबर्ग ने बताया एशिया का सबसे व्यस्ततम डील मेकर…

गौतम अडानी का जीवन संघर्षों की एक गाथा है. वे मौजूदा दौर के ऐसे उद्यमी हैं जिन्होंने कॉलेज छोड़कर मुंबई में एक हीरे के व्यापारी के रूप में अपना कारोबार शुरु किया था. ऑस्ट्रेलिया की कारमाइकल कोयला खदान में अपने विवादास्पद निवेश के साथ और उन्होंने बंदरगाहों और खानों के जरिए अपना भाग्य लिखा. इससे वह कई बार पर्यावरणविदों का निशाना भी बने.

भारत में इस साल दुसरों के मुकाबले अगर किसी दिग्गज उद्योगपति की संपत्ति सबसे अधिक बढ़ी है तो वो हैं गौतम अडानी. इस उपलब्धि के साथ ही वो बर्नार्ड अरनॉल्ट और एलोन मस्क के बाद दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं.

गौतम अडानी फरवरी में भारतीय हमवतन मुकेश अंबानी को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. इस साल उनकी निजी संपत्ति में 49 अरब डॉलर की बढ़ोतरी ने उन्हें बिल गेट्स और वारेन बफेट से भी आगे कर दिया है. अब 125.5 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ-जेफ बेजोस को भी पीछे छोड़ते हुए-अडानी अपने बुनियादी ढांचे के समूह का विस्तार कर रहे है.

वह इस साल एशिया में सबसे व्यस्त डीलमेकर रहे हैं. उन्होंने स्विस सीमेंट की दिग्गज कंपनी होल्सिम लिमिटेड की भारत इकाइयों को 10 बिलियन डॉलर में इसी साल खरीद लिया. अडानी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी के रूप में देखा जाता है. अभी हाल ही में उन्होंने सरकार की आलोचना करने वालों में से एक मीडिया संगठन और ब्रॉडकास्टर एनडीटीवी का भी अधिग्रहण कर लिया था.

अडानी के इस कदम ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता पर नए सिरे से चिंता जाहिर की जा रही है. हालांकि इस अधिग्रहण पर अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया कि यह एनडीटीवी के कारोबार को बढ़ाने और “भारतीय नागरिकों को सशक्त बनाने” के इरादे से किया गया था.

गौतम अडानी का जीवन संघर्षों की एक गाथा है. वे मौजूदा दौर के ऐसे उद्यमी हैं जिन्होंने कॉलेज छोड़कर मुंबई में एक हीरे के व्यापारी के रूप में अपना कारोबार शुरु किया था. ऑस्ट्रेलिया की कारमाइकल कोयला खदान में अपने विवादास्पद निवेश के साथ और उन्होंने बंदरगाहों और खानों के जरिए अपना भाग्य लिखा. इससे वह कई बार पर्यावरणविदों का निशाना भी बने.

फिलहाल, अडानी वैश्विक मंच पर खुद को और अधिक मजबूती से स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. इस दिशा में उनके लगातार नए स्टेक लेने की कवायद उनके नवीनतम उद्देश्य जो कि 70 बिलियन डॉलर का निवेश हरित ऊर्जा में करने का रहा, की दृढ़ता को दर्शाता है.

उनका सबसे बड़े स्टेक के रुप में सीमेंट और नवीकरणीय ऊर्जा के साथ-साथ हवाई अड्डों और एक विस्तारित खनन संचालन में भी भारी स्तर के ऋण द्वारा वित्त पोषित किया गया है. इसी कड़ी में रेटिंग कंपनी फिच ग्रुप इंक्लुसिव (Fitch Group Inc.) की एक इकाई ने सितंबर की अपनी एक रिपोर्ट में अडानी के कारोबार में उन्नति को दर्शाया.

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