हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई बस, 70 लोगों को लगा करंट, कई की हालत गंभीर

अलीगढ़ में एक बार फिर से विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आई है। जिले के दादों थाना इलाके के गांव आलमपुर में भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से भरी एक प्राइवेट बस काफ़ी नीचे से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई।

अलीगढ़ में एक बार फिर से विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आई है। जिले के दादों थाना इलाके के गांव आलमपुर में भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों से भरी एक प्राइवेट बस काफ़ी नीचे से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। जिसके चलते बस में आग लग गई। इधर बस में बैठी सवारियों को हाईटेंशन लाइन का जोरदार करंट लगा। इस हादसे में महिला व पुरुषों समेत करीब डेढ़ दर्जन मजदूर झुलस गए। जिनमें से 5 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छर्रा लाया गया। जहां से गंभीर हालत के होने के चलते घायलों को जेएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार महोबा से अलीगढ़ जिले में थाना दादों इलाके के गांव आलमपुर में स्थित एबीएम नामक ईट भट्टे पर काम करने वाले मजदूरों को एक प्राइवेट बस द्वारा मजदूरी हेतु लाया जा रहा था। बुधवार की दोपहर को जब मजदूरों से भरी बस आलमपुर में रास्ते से गुजर रही थी, तभी ऊपर से काफी नीचे गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। बताया गया है कि बस पर एक लोहे का पलंग रखा था। जिसके जरिए बस में करंट दौड़ गया और बस के भीतर बैठी 70 की 70 सवारियां को हाईटेंशन लाइन का करंट लगने के चलते झटके लगने लगे। जो भी सवारियां लोहे के संपर्क में आ गई या जिनके करीब आग पहुंच गई वह सभी सवारिया करंट लगने के चलते झुलस गई। घायल डेढ़ दर्जन मजदूरों में अधिकतर महिलाएं शामिल है।

शोर-शराबे की आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्रित हो गए और आनन-फानन में पुलिस कंट्रोल रूम और फायर ब्रिगेड को फोन किया। सूचना के बाद मौके पर इलाका पुलिस समेत दमकल की टीम पहुंच गई। टीम के पहुंचने से पहले ही ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर कई सवारियों को बाहर निकाल लिया। सभी घायल सवारियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छर्रा भेजा गया। जहां से गंभीर हालत होने के चलते घायलों को जेएन मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है। स्थानीय लोगों की मानें तो यह पहला हादसा नहीं है, विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते इस तरह के हादसे आए दिन होते रहते हैं।

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