‘पेपर लीक’ करने वाले अब न घर के रहेंगे, न घाट के… याद रखना हम लोग जब कार्रवाई करते हैं, तो ऐसी करते हैं कि वह नजीर बन जाती है…’ क्या हुआ.? ये डायलाग थोड़ा सुना सुनाया लग रहा है ना! भईया ये बयान था उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। पेपर लीक माफियाओं के बढ़ते खौफ के बीच जब CM योगी ने ये बयान दिया था तब आपने भी इसको डायलाग समझ कर हलके में ले लिया होगा। मगर आज की हमारी ये खबर पढ़ने के बाद आप भी बुलडोजर बाबा के बातों पर शक करना छोड़ देंगे।
दरअसल, UP सिपाही भर्ती पेपर लीक से जुड़े सभी आरोपियों पर CM योगी ने अपने बयान के तहत ठीक वैसा ही एक्शन लिया है जैसा उन्होंने उस समय बोला था। मिली खबर खबर के अनुसार अब सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक से जुड़े सभी 9 आरोपी शासन के तरफ से शिक्षा माफिया घोषित किये जाने वाले है। इसके लिए शासन स्तर से तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं।
इस मामले पर अब UP STF भी एक्शन मोड में आ गई है। मामले से जुड़े सभी आरोपियों का STF ने ब्यौरा मांगा है, जिसके लिए पुलिस आरोपियों की संपत्ति का ब्यौरा जुटाने के लिए जांच पड़ताल में लग चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार इनसे जुडी सभी जानकारियों को जुटाने के बाद उसका पूरा ब्यौरा ईडी को दिया जाएगा। इसके बाद आरोपियों पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर मामला चलाया जाएगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिन 9 आरोपियों के खिलाफ ये एक्शन लिया गया है वो सभी गिरफ्तार होने से पहले पूरे देश में पेपर आउट कराने में लगातार सक्रिय थें।
गौरतलब है कि सीएम योगी ने इससे पूर्व भी जब भी कोई कड़ा बयान दिया है तो उनकी प्रतिक्रिया बेहद कड़ी होती है। अब चाहे फिर 2020 में भड़के CAA दंगों का मामला हो या दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का, यूपी में योगी बाबा का बयान ही उनके इरादे को साबित कर देता है। अब एक बार फिर योगी सरकार के इस फैसले ने इस बात को साबित कर दिया है।