लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और अफसरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सीएम योगी ने कहा पीएम मोदी के मार्गदर्शन में विगत साढ़े 09 वर्ष का कालखंड एक नए भारत-समृद्ध भारत का स्वरूप गढ़ने वाला रहा है। पीएम ने आजादी के शताब्दी वर्ष (2047) तक भारत को विकसित राष्ट्र बनने की परिकल्पना की है। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सभी को इस परिकल्पना को साकार रूप देने में अपनी भूमिका निभानी होगी।
विगत 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर पीएम मोदी द्वारा राष्ट्रव्यापी ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ का शुभारंभ किया गया है। यात्रा के माध्यम से आगामी 26 जनवरी 2024 तक प्रदेश के सभी 57,709 ग्राम पंचायतों एवं 2341 नगरीय क्षेत्रों को कवर किया जाना है। समावेशी विकास के दृष्टिकोण पर आधारित इस यात्रा के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार के लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ देश के हर कोने में हर पात्र जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जाने की योजना है। यह यात्रा व्यापक स्तर पर पहुंच बनाने के साथ-साथ नागरिकों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगी।
विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के तहत पीएम आवास योजना (ग्रामीण), राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, पीएम किसान, फसल बीमा योजना, पोषण अभियान, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, जनऔषधि योजना और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना जैसी योजनाओं को शामिल किया जाए। जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में स्किल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों में नामांकन, छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए लोगों को लाभान्वित कराया जाना चाहिए।
यात्रा में आमजन से सीधा संपर्क करने, उनमें जागरूकता पैदा करने और उन्हें स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर को सुलभ कराने, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उपयुक्त पोषण, विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएं, स्वच्छ पेयजल इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता है। यात्रा के दौरान होने वाले कार्यक्रमों में उपस्थित नागरिकों को ‘पंच प्रण’ की शपथ भी दिलाई जाए।