
सीएम योगी आदित्यनाथ आज से दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी सांसद खेल महाकुंभ के साथ-साथ कई विकास कार्यों का उद्घाटन व शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रूस और Ukraine का युद्ध हो या दुनिया के अंदर कहीं भी प्रधानमंत्री मोदी की पहल का इंतजार हर एक देश को होता है हर एक देश को होता है आज भारत की सामर्थ्य की कमाल है। उन्होने कहा कि पिछले एक सप्ताह में पहले Italy के प्रधानमंत्री आए फिर Australia के मंत्री जी आए अभी इक्कीस बाईस में जापान के प्रधानमंत्री जी भारत आ रहे हैं भारत की यात्रा कर रहे हैं ये नए भारत की नई तस्वीर है और काल में राष्ट्रीय पर्व और त्योहारों के साथ देश के नागरिकों को कैसे जोड़ा जाना चाहिए? हर घर तिरंगा उसका उदाहरण है।
मुख्यामंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शान का प्रतिक तिरंगा और यही तो प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आजादी के अमृत महोत्सव में पंच प्रण की बात की उन्होंने प्रत्येक नागरिक से ये पंचप्रण क्या है ये पंच प्रण है एक विकसित भारत का निर्माण करना हमारे संकल्प का हिस्सा होना चाहिए पंच प्रण का रंग विकसित भारत के निर्माण का समाप्त करना विरासत का सम्मान करना विरासत का ही सम्मान है। उन्होने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की भव्य मंदिर का निर्माण, काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण, केदारनाथ में केदारनाथ धाम का निर्माण, महाकाल में महालोक का निर्माण ये सभी विरासत का ही सम्मान है। आज़ादी के उन क्रांतिकारियों का सम्मान विरासत का सम्मान है एकता और एकात्मता के लिए कार्य करना हम सब एक हैं सबका साथ और सबका विकास का ये भाव उसी एकता का सूत्रपात करता है तो नागरिकों का कर्तव्य भी है।
गोरखपुर
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) March 12, 2023
➡राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संगोष्ठी कार्यक्रम
➡संगोष्ठी कार्यक्रम में सीएम योगी का संबोधन
➡'भाजपा का नारा, सबका साथ सबका विकास'
➡लोक कल्याणकारी योजनाएं देश में लागू
➡बिना भेदभाव के योजनाओं का लाभ- सीएम
➡'पीएम आवास योजना के तहत आवास दिए'
➡बिचौलिए की भूमिका को… https://t.co/ttk7RiAnQC pic.twitter.com/tTauLlfkDD
मुख्यामंंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये संविधान हमारा संविधान हमें केवल अधिकार की ही बात नहीं करता है हमारा संविधान हमें हमारे कर्तव्यों का एहसास भी कराता है कि हमारा अपने राष्ट्र के प्रति अपने देश के प्रति क्या कर्तव्य है इन कर्तव्यों का एहसास भी कराता है। उन्होने कहा कि जी20 जैसे देशों का नेतृत्व आज भारत महोत्सव अमृत काल के अंदर ये भारत के सामर्थ्य को प्रदर्शित करता है और इसलिए जब हम सब आज प्रत्येक शक्ति केंद्र में महामहिम राष्ट्रपति के सही भाषण को वाचन कर रहे है उसको पढ़ रहे है तब हमारे सामने ये बातें सामने स्पष्ट होती है एक तरफ वैश्विक मंच पर भारत की ताकत का भारत के गौरव कांड की यशोदा दुनिया है वही दूसरी तरफ कुछ लोग है जो भारत को वैश्विक मंच पर वह सम्मान नहीं देना चाहते है। उन्होने कहा कि वे हमेशा जब भारत के बाहर रहते है तो दुनिया में जाके भारत की आलोचना करते है भारत के लोकतंत्र को कोसते है और कोसने वाले लोग हैं जिन लोगों ने स्वयं जब उन्हें अवसर मिला था लोकतंत्र के गले को घोंटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी ये वही लोग हैं ये लोकतंत्र की दुहाई वो लोग दे रहे हैं जिन्होंने लोकतंत्र के गले को दबाने में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती दुनिया में जाते हैं भारत की बुराई करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा कि भारत में आते हैं तो केरल में जाएंगे तो उत्तर प्रदेश की बुराई करेंगे और दिल्ली में आएंगे तो केरल की बुराई करेंगे, ये इन लोगों की फितरत है इसलिए इन चेहरों को देखने की आवश्यकता है, ये लोग देश की संसदीय परम्पराओं को, देश के लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं और उसके माध्यम से फिर उसी विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं जो उन्हें खानदानी विरासत मिली है। उन्होने कहा कि बांटो और राज करो जाति के नाम पे, क्षेत्र के नाम पे, भाषा के नाम पे तमाम अन्य वादों के आधार पर समाज को विभाजित करने की उनकी मानसिकता ये विभाजन की और देश को ले जाने के लिए कुछ प्रयास है उनकी इन किसी भी उस षड्यंत्र को सफल नहीं होने देना है। उन्होने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति का यह भाषण भारत की आठ नौ वर्षों की उपलब्धियों के साथ-साथ भावी योजनाओं का प्रतिनिधित्व करता है एक नए भारत के निर्माण की दो हजार सैंतालीस में हमारा भारत कैसा होगा वो दुनिया को दिखाने वाला भारत होगा दुनिया को राह दिखाने वाला महा भारत होगा एक महाशक्ति संपन्न भारत होगा और उस महाशक्ति संपन्न भारत के निर्माण के लिए हम सबको मिलकर के प्रयास करना होगा। उन्होने कहा कि अभिभाषण को ना केवल वाचन बल्कि उसकी एक-एक पंक्ति अपने आप में एक मंत्र की गूंज उसके अंदर सुनाई देती है, एक नए भारत की गूँज उसके अंदर सुनाई देती है।