
देशभर में इस समय धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को लेकर सियासत गरमाई हुई है. धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकर हटाने के संबंध में योगी सरकार ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट को 30 अप्रैल तक जमा करने को कहा गया है. उसी क्रम में हाथरस जिले में जिन धार्मिक स्थलों पर अवैध लाउडस्पीकर लगाये गये है. उन स्थलों पर पुलिस और प्रशासन ने धर्म गुरुओं से बात कर लाउडस्पीकर हटाये दिए गये है और जिन धार्मिक स्थलों पर वैध लाउडस्पीकर लगे हैं. उनको निर्देश दिए गए की माननीय उच्च न्यायालय के गाईड लाईन के अनुसार आवाज को कम करके बजाए.
आपको बता दें कि हाथरस जिला प्रशासन व पुलिस अधीक्षक ने माइक की आवाज कम करने की बात और उनके आदेश का पालन करते हुए पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया. लाउडस्पीकर को हटा कर उनकी आवाज को कम कर दिया गया है. पुलिस ने गिजरौली, सिकंदराराऊ, पुरदिलनगर, मुरसान गेट, व अन्य जगहों से अवैध लाउडस्पीकर को पुलिस ने उतरवा दिया है साथ ही साथ उन्होंने कहा की हमारी यही दुआ है की मुल्क़ में हिन्दु मुस्लिम भाई चारा कायम रहे और सभी धर्म के लोग एक साथ मिल जुल कर रहे. सभी धर्म के गुरुओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हम स्वागत करते है और हम चाहते है की देश प्रदेश में आपसी भाई चारा बना रहे.
वहीं हाथरस एसपी विकास कुमार वैध ने बताया कि उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार शासन के द्वारा दिये गये निर्देश में जिला अधिकारी रमेश रंजन और एसपी के साथ जिले के समस्त धर्मगुरूओं के साथ मीटिंग की गयी,और उनको उच्च न्यायालय के निर्देश के बारे में जानकारी दी गई,उनको बताया गया की उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार जिले में जितने धार्मिक स्थल है उनके लिए ये निर्धारित किया गया उस क्षेत्र में लाउडस्पीकर से कितने डिसमिल आवाज होनी चाहिए. एसपी ने बताया इस आदेशों को सभी धार्मिक स्थलों के धार्मिक गुरुओं ने इसका पालन किया और उन धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को हटाया गया है और लाउडस्पीकर को मानक अनुसार कम किए गए.