पाकिस्तान में दुर्घटनावश गिरी मिसाइल मामले पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जताया खेद,दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश

रक्षामंत्री ने राजनाथ सिंह ने अपने बयान में आगे कहा कि हमारी मिसाइल प्रणाली सुरक्षित और विश्वसनीय है और समय-समय पर हम इसकी समीक्षा करते रहते हैं। हमारे सशस्त्र बल अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अनुशासित हैं, और इस तरह की प्रणाली के रखरखाव को लेकर बेहतर अनुभव भी रखते हैं। पूरे मामले में एक उच्च स्तरीय अदालती जांच का आदेश दिया गया है। अगर हमें कोई चूक मिलती है तो जरूर कार्रवाई की जाएगी।"

मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ दिनों पहले दुर्घटनावश पाकिस्तान में गिरे मिसाइल मामले को लेकर राज्यसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं और अगर कोई खामी पाई जाती है तो उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। राजयसभा में बोलते हुए रक्षामंत्री ने कहा, “मैं इस सदन को 9 मार्च 2022 को हुई आकस्मिक मिसाइल रिलीज वाली घटना के बारे में बताना चाहता हूं।”

उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि दुर्घटनावश घटित इस मामले में पाया गया कि 9 मार्च को शाम लगभग 7 बजे मिसाइल इकाइयों के नियमित रखरखाव और निरीक्षण के दौरान, एक मिसाइल गलती से छूट गई, हमने मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं और अगर कोई खामी पाई जाती है तो उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।”

रक्षा मंत्री ने आगे कहा, “मैं सदन को बताना चाहता हूं कि सरकार ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। हम हर एक मानक संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा कर रहे हैं। हमारी सरकार सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती हैं लिहाजा पूरे मामले में एक उच्च स्तरीय अदालती जांच का आदेश दिया गया है। अगर हमें कोई चूक मिलती है तो जरूर कार्रवाई की जाएगी।”

रक्षामंत्री ने राजनाथ सिंह ने अपने बयान में आगे कहा कि हमारी मिसाइल प्रणाली सुरक्षित और विश्वसनीय है और समय-समय पर हम इसकी समीक्षा करते रहते हैं। हमारे सशस्त्र बल अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अनुशासित हैं, और इस तरह की प्रणाली के रखरखाव को लेकर बेहतर अनुभव भी रखते हैं। पूरे मामले में एक उच्च स्तरीय अदालती जांच का आदेश दिया गया है। अगर हमें कोई चूक मिलती है तो जरूर कार्रवाई की जाएगी।”

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