पोस्टमार्टम के लिए मांग रहे थे पैसे ,डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने की बड़ी कार्रवाई

मैनपुरी में पोस्टमार्टम करने के एवज में 15 हजार रुपए मांगे जाने के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कार्रवाई की है.

मैनपुरी में पोस्टमार्टम करने के एवज में 15 हजार रुपए मांगे जाने के मामले में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कार्रवाई की है। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर व फार्मासिस्ट को वहाँ से हटा दिया गया है। वहीं आउटसोर्सिंग पर तैनात वार्ड ब्वॉय और चौकीदार की सेवाएं खत्म कर दी गई हैं। पीड़ित परिवारीजनों को घूस की रकम वापस दिलाई। पूरे प्रकरण की जाँच के लिए दो सदस्यीय जाँच कमेटी भी गठित कर दी गई है।

मैनपुरी के बरनाहल के हाजीपुर सेमरी क्षेत्र निवासी राजकुमार का पुत्र अनमोल आठवीं कक्षा का छात्र था। 27 मई की सुबह वह गांव में अन्य बच्चों के साथ आम के पेड़ नीचे बैठा था। तभी अनमोल पर आकाशीय बिजली गिरी। कुछ ही समय में अनमोल की मृत्यु हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। 28 मई को शव को पोस्टमार्टम हुआ। पिता राजकुमार का आरोप है कि पोस्टमार्टम से पहले डॉक्टर ने रिपोर्ट में आकाशीय बिजली से मौत लिखवाने के एवज में 15 हजार रुपये की घूस माँगी।

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सीएमओ को मामले की जाँच के आदेश दिये हैं। सीएमओ ने अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा व डॉ. संजीव राव बहादुर को जाँच अधिकारी नामित किया। 29 मई को जाँच अधिकारियों ने उस वक्त ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर व कर्मचारियों के बयान दर्ज किये। आउटसोर्सिंग पर तैनात वार्ड ब्वॉय व चौकीदार ने पैसे लेने की बात कुबूली। जाँच अधिकारियों ने पीड़ित परिवारी को रुपये वापस दिलाये। दोनों आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा खत्म कर दी गई हैं। साथ ही फार्मासिस्ट मो. असलम सिद्दीकी को पोस्टमार्टम हाउस से हटा दिया गया। कार्यमुक्त करने के बाद मो. असलम को मैनपुरी के घिरोर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात किया गया है। इसके अलावा डॉक्टर को भी हटा दिया गया है।
रायबरेली महराजगंज स्थित चंदपुर गांव निवासी गर्भवती गायत्री को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती न करने के प्रकरण की भी जाँच के आदेश दिये गये हैं। डिप्टी सीएम ने सीएचसी अधीक्षक व चिकित्सकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही कर 3 दिन के अंदर रिर्पोट प्रेषित किए जाने के आदेश भी दिया है। श्री पाठक ने कहा कि यदि शासन से किसी कार्यवाही की आवश्यकता हो तो प्रस्ताव प्रेषित किए जानें के आदेश भी दिए गए हैं।

मैनपुरी व रायबरेली के प्रकरण बेहद गंभीर है। इन मामलों में कठोर कार्रवाई की जाएगी। शुरूआती जाँच में जो भी कर्मियां मिली हैं। उसके आधार पर कार्रवाई भी की गई है। विभाग एवं सरकार की छवि धूमिल करने वाले कृत्यों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनसामान्य का दर्द, मेरी व्यक्तिगत पीड़ा है। स्वास्थ्य विभाग में लापरवाही का कोई स्थान नहीं है। दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी ।

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