उत्तर प्रदेश की राजनीती से जुडी कल एक बड़ी खबर सामने आई कि जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर अपना इस्तीफा भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने जलशक्ति विभाग के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए है। और कहा कि मुझे विभाग की बैठक में भी नहीं बुलाया जाता। पत्र में उन्होंने ये भी अरोप लगाया है की ‘सिंचाई और जलशक्ति विभाग के तबादलों में भ्रष्टाचार हुआ’।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, अनिल गर्ग ने मेरा फोन काट दिया। अनिल गर्ग ने मंत्री और जनप्रतिनिधि का अपमान किया’ और ‘दलित होने के नाते मेरे साथ विभाग में भेदभाव होता है’। दलित समाज को अफसर सम्मान नहीं देते हैं।‘नमामि गंगे के तहत विभाग में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार हुआ’ और अब ‘जलशक्ति विभाग की जांच किसी एजेंसी से कराई जाए’
वहीं अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को दिनेश खटीक के इस्तीफे को लेकर कहा कि कोई इस्तीफा नहीं हुआ है। ‘जनप्रतिनिधि की बात नहीं सुनने वालों पर एक्शन होगा’ और जो अफसर बात नहीं सुनेंगे उनपर कार्रवाई होगी। जनता का काम नहीं सुनने वाले अफसर पर कार्रवाई की जाएगी।