
लखनऊ– इन दिनों उत्तर प्रदेश की राजनीति का केंद्र बिंदु सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं. स्वामी प्रसाद द्वारा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को लेकर किए गए ट्वीट से यूपी की सियासत में नई हलचल मचा गई है. दरअसल, केशव प्रसाद मौर्य ने स्वामी प्रसाद पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘जातीय जनगणना की बात केवल ढोंग है, जब सरकार में थे तब मौनी बाबा अब बाहर तब माँग केवल 2024 में चुनावी लाभ के लिए है जो नहीं मिलेगा, पहले @yadavakhileshजी समाप्त हो रही सपा का बचाने को अध्यक्ष पद किसी और को सौंप जातिगत न्याय की शुरुआत संगठन से करें फिर ये बात करें’.
जातीय जनगणना की बात केवल ढोंग है,जब सरकार में थे तब मौनी बाबा अब बाहर तब माँग केवल 2024में चुनावी लाभ के लिए है जो नहीं मिलेगा,
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 19, 2023
पहले @yadavakhilesh जी समाप्त हो रही सपा का बचाने को अध्यक्ष पद किसी और को सौंप जातिगत न्याय की शुरुआत संगठन से करें फिर ये बात करें।#2024_फिर_से_मोदी
वहीं दूसरे ट्वीट में केशव ने लिखा ‘सपा मुद्दा विहीन पार्टी है, इसके नेता माहौल ख़राब करने की असफल कोशिश कर रहे हैं, सपा की गुंडागर्दी जातिवाद अपराधियों दंगाइयों का साथ जग ज़ाहिर है, सपा डूबता जहाज़ है, जनता ने चार चुनावों में हराकर समझाया कि सुधर जाओ,परंतु इस पार्टी ने इतिहास के पन्नों में दर्ज होना तय कर लिया है!
सपा मुद्दा विहीन पार्टी है, इसके नेता माहौल ख़राब करने की असफल कोशिश कर रहे हैं,सपा की गुंडागर्दी जातिवाद अपराधियों दंगाइयों का साथ जग ज़ाहिर है, सपा डूबता जहाज़ है, जनता ने चार चुनावों में हराकर समझाया कि सुधर जाओ,परंतु इस पार्टी ने इतिहास के पन्नों में दर्ज होना तय कर लिया है!
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 20, 2023
अब केशव प्रसाद के इस ट्वीट का पलटवार स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्विटर के माध्यम से किया है. स्वामी प्रसाद ने डिप्टी सीएम पर निशाना साधते हुए अपने पहले ट्वीट में लिखा. ‘संघ प्रमुख जी, जब तक मुँह, बाहुँ, जंघा व पैर से वर्ण पैदा करने वाले मनुस्मृति सहित अन्य तमाम ग्रन्थ रहेंगे तब तक जातियाँ रहेंगी और जब तक जातियाँ रहेंगी तब तक छुआछूत, ऊंचनीच, भेदभाव व असमानता भी रहेगी यदि जातियाँ खत्म करनी ही हैं, तो पहले विषाक्त ग्रंथ व साहित्य प्रतिबंधित कराएं’
संघ प्रमुख जी, जब तक मुँह, बाहुँ, जंघा व पैर से वर्ण पैदा करने वाले मनुस्मृति सहित अन्य तमाम ग्रन्थ रहेंगे तब तक जातियाँ रहेंगी और जब तक जातियाँ रहेंगी तब तक छुआछूत, ऊंचनीच, भेदभाव व असमानता भी रहेगा यदि जातियाँ खत्म करनी ही है, तो पहले विषाक्त ग्रंथ व साहित्य प्रतिबंधित करायें।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 20, 2023
वहीं स्वामी ने अपने दूसरे ट्वीट में केशव प्रसाद पर निशाना साधते हुए लिखा ‘पूरे देश को दंगों की भेंट कौन चढ़ाता था सब जानते हैं, सरकार में रहते गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा भी हारे थे, अभी-अभी सिराथू भी हारे. हाल के यूपी के तीन उपचुनाव में 2 में बुरी तरह हारे, एक कैसे जीते जगजाहिर हैं. स्टूल वाले @kpmaurya1 जी हमें देश बेचने वालों से प्रमाण पत्र नहीं चाहिए.
पूरे देश को दंगों की भेंट कौन चढ़ाता था सब जानते हैं, सरकार में रहते गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा भी हारे थे, अभी-अभी सिराथू भी हारे। हाल के यूपी के तीन उप चुनाव में 2 में बुरी तरह हारे, एक कैसे जीते जगजाहिर हैं। स्टूल वाले @kpmaurya1 जी हमें देश बेचने वालों से प्रमाण पत्र नहीं चाहिए।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 20, 2023