उत्तर प्रदेश सरकार में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को नमामि गंगे ऑफिस का औचक निरिक्षण किया. गुजरात चुनाव में प्रचार के बाद जैसे ही स्वतंत्र देव सिंह यूपी लौटे, वो बड़े ही आक्रामक अंदाज में नमामि गंगे के दफ्तर में औचक निरिक्षण के लिए पहुंचें. जलशक्ति मंत्री के इस अप्रत्याशित औचक निरिक्षण से कार्यालय में हड़कंप मच गया.
राज्य जल और स्वच्छता मिशन (SWSM) कार्यालय पहुंचें स्वतंत्र देव सिंह ने सबसे पहले दफ्तर के मुख्य द्वार को बंद करा दिया. इसके बाद वो SWSM के अधिशाषी निदेशक कार्यालय पहुंचें. जलशक्ति मंत्री ने यहां कार्यालय के कर्मचारियों की उपस्थिति शीट मांगी और मौजूद कर्मचारियों का शीट से मिलान किया.
बस फिर क्या था नमामि गंगे दफ्तर में चल रही लापरवाही की पोल खुल गई और कई कर्मचारी कार्यालयी समय के दौरान अनुपस्थित पाए गए. स्वतंत्र देव सिंह ने अधिशासी निदेशक के साथ पूरे दफ्तर का निरीक्षण किया. उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई के सख्त निर्देश भी दिए.
बता दें कि सुरक्षित पेयजल राज्य का विषय है और ग्रामीण जल आपूर्ति को संविधान की ग्यारहवीं अनुसूची में उन विषयों में शामिल किया गया है जो राज्यों द्वारा पंचायतों को सौंपे जा सकते हैं. जल संकट जैसी समस्या की भयावहता को देखते हुए केंद्र सरकार समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य सरकारों के प्रयासों में सहयोग करती रही है.
इसलिए उत्तर प्रदेश में सरकार की जल संबंधी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का राज्य जल और स्वच्छता मिशन के तहत किया जाता है जिसके दफ्तर का निरिक्षण जलशक्ति मंत्री ने शुक्रवार को किया.