खनन के नये स्वीकृत खनन पट्टो का भारी विरोध, टीम को काम छोड़कर लौटना पड़ा बैरंग

बागेश्वर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खडिया खनन के नये स्वीकृत खनन पट्टो का भारी विरोध, बेहरगांव, लोब और पंतगांव के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय नेता बाल कृष्ण के नेतृत्व में प्रर्दशन किया गया है,

रिपोर्ट – दीपक जोशी

डेस्क: बागेश्वर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खडिया खनन के नये स्वीकृत खनन पट्टो का भारी विरोध, बेहरगांव, लोब और पंतगांव के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय नेता बाल कृष्ण के नेतृत्व में प्रर्दशन किया गया है, खनन पट्टे के विरोध में प्रर्दशन कारी बाल कृष्ण ने खनन अधिकारी बागेश्वर के सामने अपने में छिडका मिट्टी का तेल, ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच खनन भूमि का सींमाकन करने गई, प्रशासन कि टीम को बीच में ही काम छोड़कर लौटना पड़ा बैरंग, शासन के आदेश के बाबजूद भी खडिया खनन के नये स्वीकृत पट्टौ का स्थलीय सींमाकन कर पाने में बागेश्वर के प्रशासनिक अधिकारी विफल, पूर्व में तीन बार खडिया खनन का विरोध कर चुके हैं।

प्रदर्शन कर रही ग्राम प्रधान लोब बीना देवी का कहना है, कि खडिया खनन कि भूमि हमारी है, बिना ग्रामीणों को पूछे अधिकारियों को बुलाया गया है, ग्रामीणों के बार – बार विरोध के बाद भी अधिकारी गांव के लगातार चक्कर लगा रहे है, लोब कि ग्राम प्रधान का मुखर स्वर में कहना है, यदि प्रशासन जबरन हमारे खेत खलियान हमसे पूछे बिना नाप – जोख करता है, तो मै स्वंय अनशन में बैठने के लिए बाध्य रहूंगी, खडिया खनन के विरोध में प्रर्दशन कर रही प्रर्दशन कारी बाल कृष्ण का कहना है, कि बेहरगांव में दो बार खडिया माईन का विरोध हो चुका है, नियम के अनुसार जहाँ विरोध होता है, वहाँ खनिज पट्टा स्वीकृत नही होता है, सांसद अजय टम्टा यहां का विकास तो करते नही है, बेहरगांव में रोड के लिए ग्रामीण चिल्ला रहे है, लेकिन बेहरगांव से खडिया खनन के पट्टे स्वीकृत हो गये है, विरोध कर रहे ग्रामीणो को बंद कराने कि धमकियाँ भी दी जा रही है, लेकिन मै, बाल कृष्ण इन गरीब काशतकारो के साथ कंधे से कंधा मिला कर खडे़ रहूंगा।

वही प्रशाशनिक खान अधिकारी लेख राज का कहना है, कि यहाँ गोलू गंगनाथ नाम से एक खनन पट्टा शाशन स्तर से स्वीकृत हुआ था। पगना गांव में, उसी का सींमाकन करने आये हुये थे, स्थानीय लोगों का भारी विरोध के बीच सींमाकन का कार्य नही किया गया है, तीन विभागों के कर्मचारी मौके पर मौजूद थे, जसमे, राजस्व विभाग, वन विभाग और खनन जयोन्ट अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे, विरोध कि रिपोर्ट बना कर जिलाधिकारी को प्रस्तुत कि जायेगी।

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