उत्तराखंड की श्रीकोट ग्रामसभा निवासी 19 साल की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की मौत के बाद प्रदेश में चौतरफा उबाल है। आरोपियों की भले ही गिरफ्तारी पुलिस ने कर ली हो, लेकिन यह मामला अभी तक उन्हें सजा नहीं मिली हैं। जनआक्रोश के चलते अंकिता के हत्यारोपियों को आज वर्चुअल पेश किया जायेगा। जिसमें भाजपा नेता के पुत्र सहित तीन लोग शामिल हैं।
मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपियों को 14-14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा हैं। कोटद्वार SP ने बताया कि हत्याकांड से संबंधित सभी साक्ष्य जुटा लिए गए हैं। जल्द ही कोर्ट में इससे जुड़ी चार्जशीट पेश कर दी जाएगी।
ये हैं पूरा मामला
18 सितंबर रविवान का दिन से19 साल की अंकिता रिसेप्शनिस्ट वनंतरा रिजॉर्ट से लापता थी। स्टाफ पता लगाने की कोशिश कर रहा था, तो भाजपा नेता का रिजॉर्ट मालिक बेटा पुलकीकत आर्य खुद अंकिता के गुमशुदा होने की शिकायत लेकर यमकेश्वर की राजस्व पुलिस के पास पहुंच जाता है। परिजनों तक यह मामला पहुंचता है, तो वह भी रिजॉर्ट पहुंचते हैं। राजस्व पुलिस की तफ्तशी से नाखुश परिजन राज्य महिला आयोग और प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाते हैं। जांच में लापरवाही का आरोप लगाकर मामला 22 सितंबर को डीएम के आदेश पर रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया जाता है।
एएसपी कोटद्वार की अगुवाई में 12 पुलिसकर्मियों की टीम गठित की जाती है, जोकि तफ्तीश की पहले ही कड़ी में रिजॉर्ट मालिक के साथ मैनजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को हिरासत में ले लेती है। शुरूआती पूछताछ में वह पुलिस को नई-नई कहानियां सुनते हैं, लेकिन जब सख्ती से पूछताछ होती है, तो तोते की तरह वह अंकिता की लापता होने का पूरा राज उगल देते हैं। उनकी जुबान खुलते ही हत्या की खौफनाक काहानी सामने आती है।
अंकिता रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर तैनात थी। कई दफा उसे कस्टमर से संबंध बनाने के लिए कहा गया, लेकिन वह नहीं मानी। कस्टमर से संबंध बनाने की सच्चाई को सार्वजनिक करने की धमकी से घबराया और फिर हत्या की साजिश रची। 18 सितंबर को ही वह मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ उसे घूमाने के लिए ऋषिकेश ले गया। इसबीच चीला मार्ग पर पुलकीत ने सौरभ के साथ शराब पी और इसके बाद अंकिता को चीला-शक्ति नहर में धक्का दे दिया।
पुलिस ने अभीतक इस मामले में हत्या, षड़यंत्र और जानबूझकर घटना को अंजाम देने की धाराओं में केस दर्ज किया। अंकिता की लाश मिलने के बाद शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद इस पूरी वारदात की असल हकीकत सामने आएगी। फिलहाल न्यायालय ने पेशी के बाद आरोपियों को 14 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। लापरवाही के आरोप में राजस्व पुलिस के दारोगा पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।