मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे को उठाया। लोकसभा में उन्होंने मांग की कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के मुताबिक मुआवजा दिया जाए। दरसल, लोकसभा के शीतकालीन सत्र में राहुल गांधी शून्यकाल के दौरान बोल रहे थे। अपने वक्तव्य में उन्होंने किसान आंदोलन में मरे किसानों की सूची पेश की।
राहुल गांधी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के उस बयान पर भी आपत्ति की जिसमें उन्होंने कहा था किसान आंदोलन में मरे किसानों का कोई आधिकारिक आंकड़ा उनके पास नहीं है। केंद्रीय कृषि मंत्री के इस बयान पर उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना की और आंदोलन के दौरान मारे गए पंजाब और हरियाणा के किसानों की सूची पेश की।
राहुल गांधी ने कहा कि कृषि मंत्री ने 30 नवंबर को एक सवाल के जवाब में लोकसभा को बताया था कि उनके पास आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का कोई आंकड़ा नहीं है। उन्होंने दावा किया कि आंदोलन के दौरान 700 किसान मरे थे। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब सरकार ने जान गंवाने वाले 400 किसानों के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया है, जबकि 152 को सरकारी नौकरी दी गई है। राहुल ने कहा कि उनके पास हरियाणा के 70 किसानों की सूची भी है, जिन्होंने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान अपनी जान गंवाई थी। कांग्रेस सांसदों के साथ एनसीपी और डीएमके सांसदों ने भी लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।