थारू जनजाति बाहुल्य श्रावस्‍ती के गांव में हर घर जल योजना से लगे विकास को पंख, लोगों को मिल रहा स्‍वच्‍छ जल

लखनऊ : जल जीवन मिशन भारत के आखिरी गांव तक विकास की मशाल को जलाने का कार्य कर रहा है. बरसों-बरस से अपने अधिकारों से वंचित थारू जनजाति को विकास की मुख्‍यधारा से जोड़ने का काम करते हुए जल जीवन मिशन ने उनकी जिंदगी को संवारने का काम कर रहा है. नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की हर घर जल योजना से थारू जनजाति की किस्‍मत बदल रही है. जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल योजना से एक ओर समुदाय के लोगों को स्‍वच्‍छ जल की आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है तो वहीं दूसरी ओर एफटीके प्रशिक्षण से बेटियां व महिलाएं आत्‍मनिर्भर बन रहीं हैं.

श्रावस्‍ती की ग्राम पंचायत भचकोही के बनकटी गांव में 765 थारू जनजाति निवास करती है जहां कुल 116 हाउसहोल्‍ड हैं। जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से अभी तक 1,83,208 में से 74,141 परिवारों को पीने का स्वच्छ पानी मुहैया करा दिया गया है। 15 अगस्त 2019 तक यहां मात्र 542 नल कनेक्शन थे। प्रतिदिन 451 से अधिक नल कनेक्शन दे रहे हैं.

आत्‍मनिर्भरता की लिखी जा रही नई इबारत

गांव की थारू महिलाएं व बेटियां एफटीके प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़कर आत्‍मनिर्भरता की एक नई इबारत लिख रहीं हैं. थारू महिलाएं जल जीवन मिशन के जरिए दूसरों को भी जागरूक करने का काम कर रहीं हैं. साल 2017 में जहां थारू जनजाति की महिलाएं और बेटियां घर की चौखट तक सीमित थीं, पर जल जीवन मिशन ने थारू जनजाति की महिलाओं की जिंदगी में आशा की किरण बिखेरी. अब जल जीवन मिशन से थारू महिलाएं और किशोरियां हर 10 दिन में क्षेत्र में जल परीक्षण कर पानी की जांच कर रहीं हैं.

आर्सेनिक और आयरन की अधिक मात्रा से जूझ रहे श्रावस्‍ती में महिलाओं को दिए गए एफटीके प्रशिक्षण द्वारा जल की गुणवत्‍ता की जांच होने से दूषित जल की समस्‍या का निदान हुआ है। पानी श्रोतों पर पहुंचकर 12 तरह की जांच महिलाएं कर रही हैं। मिशन के तहत महिलाएं जागरूकता कार्यकमों के माध्‍यम से समुदाय के लोगों को जागरूक करने संग उनको प्रेरित भी कर रहीं हैं। यहां बेटियां सकारात्‍मक बदलाव की बयार लाने संग लोगों में स्‍वच्‍छ जल की अलख जगाने का कार्य कर रहीं हैं। मोनिका राना, निरमा, सुमलाना और शंकिता के साथ मिलकर अन्‍य थारू महिलाएं भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़कर आत्‍मनिर्भर यूपी की एक नई इबारत लिख रहीं हैं.

जलजनित बीमारियों से निजात
दूषित पानी, जलजनित बीमारियों और जल संकट से ग्रस्‍त श्रावस्‍ती की छवि दूसरे जिलों के समक्ष अब तेजी से बेहतर हो रही है. जल जीवन मिशन के तहत इस जनजाति तक स्‍वच्‍छ पेयजल पहुंचाने का कार्य युद्धस्‍तर पर किया जा रहा है. दूषित पानी पीने से ये जनजाति प्रतिदिन संक्रमण का शिकार हो जाती थीं पर मिशन के तहत अब फील्‍ड टेस्‍ट कीट के जरिए पानी की गुणवत्‍ता जांचने का कार्य शुरू होने से संक्रमण की दर अब कम हुई है.

Related Articles

Back to top button