यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र भारत सरकार से स्वदेश वापसी की कर रहे अपील, दूतावास से नहीं मिल रहा कोई जवाब

रिपोर्ट : लोकेश राय

यूक्रेन पर रूस द्वार हमला किये जाने के बाद कई भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे है। गाजियाबाद के लोनी के रहने वाले शिवम 2 साल पहले MBBS की पढ़ाई करने यूक्रेन गए थे। शिवम का परिवार लोनी में रहता है और शिवम यूक्रेन के नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस थर्ड ईयर का छात्र है। पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन में रूस और यूक्रेन के बीच बढ़े तनाव के बाद ही भारतीय छात्र देश लौटने की तैयारी कर चुके थे।

भारत समाचार से बातचीत में शिवम ने बताया कि उन्होंने पहले भी फ्लाइट की टिकट बुक कराई थी लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई। बाद में 16 फरवरी को टिकट फिर से बुक कराई गई लेकिन इस बार एयर इंडिया की फ्लाइट ही बीच रास्ते से वापस लौट गई जिस फ्लाइट से उन्हें भारत आना था। शिवम की माने तो वह यूक्रेन के जिस शहर में रहते हैं वहां से 100 किलोमीटर दूर रूस के लड़ाकू विमानों ने बमबारी की है जिसकी जानकारी उन्हें आज सुबह 5:00 बजे मिली।

शहर में पूरी तरीके से सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। इस दौरान शिवम ने एक 44 सेकंड का वीडियो भी रिकॉर्ड कर भारत सरकार से अपील की है कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सकुशल रेस्क्यू कराया जाए। शिवम का कहना है कि फिलहाल भारतीय एंबेसी से कई बार संपर्क किया गया है लेकिन वहां से कोई रिप्लाई नहीं मिला है। अगले दो से 3 दिनों के लिए खाने का स्टाफ भी मौजूद है लेकिन वे सभी डर के साए में जी रहे हैं।

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इधर शिवम के परिवार की हालत भी खराब है। उनके माता-पिता उनकी चिंता कर रहे हैं उन्होंने भी सरकार से मांग की है कि जो भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हैं उन्हें सकुशल भारत लाने के लिए सरकार कवायद तेज करें। शिवम की मां रजनी का रो-रो कर बुरा हाल है, उनका कहना है कि बेहद सीमित संसाधनों के बीच उन्होंने अपने बेटे को विदेश पढ़ने के लिए भेजा है और ऐसे में वहां फंसे सभी भारतीय छात्रों को भारत सरकार सकुशल वापस लाएं। शिवम के पिता स्वतंत्र गाजियाबाद के लोनी में ही एक छोटी सी क्लीनिक चलाते हैं जो कि घर में ही संचालित की जाती है।

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